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साल 2011 में जब भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर थी तो सर इयान बाथम ने भारतीय गेंदबाज़ी आक्रमण को टेलीट्युबिस बताया था। लेकिन साल 2016 मोहाली में इंग्लैंड की दूसरी पारी में मोहम्मद शमी ने इयान बाथम को भारतीय तेज गेंदबाज़ी बिलकुल अलग ही अनुभव कराया। शमी अपना आदर्श मैल्कम मार्शल को मानते हैं। शमी की स्लिपरी तेज गेंदें उमेश यादव से बेहतर साबित होती हैं। भारतीय उपमहाद्वीप में लोग ज्यादतर स्पिनरों पर भरोसा की निगाहों से देखते हैं। लेकिन बीती कुछ सीरिज में मोहम्मद शमी ने जिस तरह से गेंदबाज़ी की है। उससे आने वाले विदेशी दौरों के लिए उनसे उम्मींदे बड़ी हैं।
Edited by Staff Editor