भारतीय टीम के खिलाफ विशाखापट्टनम टेस्ट में ख़राब बल्लेबाजी प्रदर्शन के बाद इंग्लैंड की टीम ने मध्यक्रम के बल्लेबाज बेन डकेट को बाहर करके जोस बटलर को शामिल करने का फैसला किया है। विकेटकीपर बल्लेबाज इस बार विशेषज्ञ बल्लेबाज के तौर पर खेलेंगे क्योंकि जॉनी बेयरस्टो पहले से विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी बखूबी संभाल रहे हैं। बता दें कि बटलर को एक वर्ष पहले इंग्लैंड ने टेस्ट टीम से बाहर का रास्ता दिखाया था। कोच ट्रेवर बैलिस को बेन डकेट की बल्लेबाजी पर विश्वास है, लेकिन उनका मानना है कि वह टर्न लेने वाली पिचों पर अपना नैसर्गिक खेल नहीं खेल पाएंगे। उन्होंने तीन पारियों में केवल 18 रन बनाए हैं और ऑफ़स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के सामने वह पूरे समय संघर्ष करते दिखे। ऐसा नहीं है कि बटलर का पिछला प्रदर्शन काफी प्रभावी रहा हो। उन्होंने पिछली 12 पारियों में सिर्फ एक बार 30 से अधिक रन का स्कोर बनाया और उनका प्रथम श्रेणी औसत भी 32.07 का है जो काफी साधारण है। ट्रेवर बैलिस का मानना है कि अगर 50 ओवर प्रारूप जैसा खेल यहां खेलेंगे तो उससे काफी मदद मिलेगी। ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रेवर ने कहा, 'जोस जैसा वन-डे क्रिकेट में खेलते हैं अगर वैसा ही खेले तो हमें काफी फायदा होगा। मेरे ख्याल से वह भी इस बारे में अपना मन बना चुके हैं।' बटलर टेस्ट मैच का ज्यादा अभ्यास भी नहीं कर पाए हैं। उन्होंने बांग्लादेश में एकमात्र अभ्यास मैच खेला था, जिसमें वह 4 रन बनाकर आउट हो गए थे। इसके बाद उन्हें टेस्ट में अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया गया। कोच ट्रेवर बैलिस को दाएं हाथ के बल्लेबाज पर पूरा भरोसा हैं। उन्होंने कहा, 'वह नेट्स पर काफी अच्छी बल्लेबाजी कर रहा है। वह कई मौको पर गेंद को बाउंड्री के पार उठाकर भेज रहा है, लेकिन आधुनिक खेल में ऐसा चलता है। हमारे पास एक को टीम में शामिल करने का समय नहीं है। अगर वह टीम में शामिल होते हैं तो मेरे ख्याल से वह सही फैसला होगा।' पांच टेस्ट की सीरीज में 0-1 से पिछड़ रही इंग्लैंड की टीम मोहाली में शानदार वापसी करना चाहेगी। भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज का तीसरा टेस्ट 26 नवंबर से शुरू होगा।