भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है और अब सभी की नजरें मोहाली में होने वाले तीसरे टेस्ट मैच की पिच पर टिकी हैं जो शनिवार से शुरू होगा। पारंपरिक तौर पर यह पिच तेज गेंदबाजों के लिए मददगार होती है, लेकिन ऐसा लगता है कि यह पिच बिलकुल वैसी ही होगी जैसी पिछले वर्ष दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इस्तमाल की गई थी। बता दें कि भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच मोहाली में खेला गया टेस्ट मैच तीन दिन के भीतर ख़त्म हो गया था। जहां राजकोट की पिच पर गेंदबाजों के लिए किसी प्रकार की मदद मौजूद नहीं थी, वहीं विशाखापट्टनम में पहले ढाई दिन बल्लेबाजों के लिए पिच मददगार रही और फिर स्पिनरों का बोलबाला रहा। इसलिए यह जानना रोचक रहा कि पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन (पीसीए) के पिच क्यूरेटर दलजीत सिंह ने तेज गेंदबाजों के लिए इस पिच को मददगार बताया। दलजीत ने मिड-डे से बातचीत में कहा, 'यह 23 वर्ष पुरानी पिच है, इसलिए आप यह उम्मीद नहीं कर सकते कि वह बिलकुल 15-20 वर्ष पहले जैसा बर्ताव करे। पहले जैसा उछाल अब संभव नहीं है। इतने वर्षों में इसकी उपरी परत में काफी बदलाव हुए हैं, लेकिन आप यह भी नहीं कह सकते कि यह प्रमुख बदलाव हैं।' मोहाली की पिच पर हमेशा से ही तेज गेंदबाजों को मदद मिलती है विशेषकर पहले कुछ दिनों में। यहां खेले गए टेस्ट मैच में दो सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़े तेज गेंदबाजों द्वारा बने है। उल्लेखनीय है कि दोनों ही शानदार प्रदर्शन एक ही मैच में हुए। भारत और न्यूजीलैंड के बीच 1999 में खेले गए पहले टेस्ट में डियोन नेश ने 27 रन देकर 6 विकेट लिए और भारत को सिर्फ 83 रन पर ऑलआउट कर दिया। वहीं जवागल श्रीनाथ ने 45 रन देकर 6 विकेट इसी पिच पर लिए। जहां स्टेडियम में दो सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन तेज गेंदबाजों के नाम रहे, वहीं अगले पांच विकेट रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन के नाम हैं। दोनों ने ही पिछले वर्ष दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऐसा कारनामा किया था, जिसमें भारतीय स्पिनरों ने 20 में से 19 विकेट चटकाए थे। दलजीत ने साथ ही कहा कि उन्हें पिच बनाने के लिए किसी प्रकार के निर्देश नहीं मिले, लेकिन तब उन्होंने कुछ नहीं कहा कि टेस्ट मैच के पहले दिन से स्पिनरों को मदद मिलेगी। क्यूरेटर ने कहा, 'तीसरे टेस्ट में पहली गेंद फेंके जाने में काफी समय है इसलिए मैं कोई टिपण्णी नहीं कर सकता। मैं सिर्फ यह कह सकता हूं कि हमने अच्छी पिच बनाई है जो बल्लेबाजों, तेज गेंदबाजों और स्पिनरों को मदद देगी।'