पूर्व महान भारतीय ओपनर बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने एक निजी चैनल को साक्षात्कार देते हुए राजकोट टेस्ट मैच में इंग्लैंड द्वारा 537 रनों का स्कोर खड़ा करने पर सवाल उठाये हैं। खास बात यह है कि भारत में पहली पारी में जिस भी मेहमान टीम ने 500 रन बनाए हैं उनमें से किसी भी टीम ने मैच नहीं हारा है। अब तक 25 बार यह स्कोर बना है। गावस्कर ने कोहली द्वारा नये बल्लेबाज के लिए फील्डिंग प्लेसमेंट पर भी सवाल उठाया है। नये बल्लेबाज के लिए क्रीज़ से दूर फील्ड लगाने से बल्लेबाज को सिंगल लेने में आसानी होती है। इससे बल्लेबाज पर दबाव नहीं रहता है। गावस्कर ने कहा "शॉर्ट गेंद के विरुद्ध मोइन अली को परेशानी होती है लेकिन हमने अपने तेज गेंदबाजों से उनको बहुत कम शॉर्ट पिच गेंदबाजी देखी। उन्होने कहा कि शामी और उमेश यादव 140 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ी हैं जो शॉर्ट पिच गेंदबाजी आसानी से कर सकते हैं।" भारतीय खिलाड़ियों ने इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान कई कैच टपकाये जिसमें पहले सत्र में तीन कैच स्लिप क्षेत्र से निकले। स्लिप क्षेत्र की फील्डिंग तकनीक को लेकर भी गावस्कर नाराज दिखे। गावस्कर का मानना था "स्लिप फील्डिंग सवालिया निशां खड़े करने लायक थी। सभी फील्डर ऊपर खड़े हुए थे जिससे कैच छूटते रहे। केवल अजिंक्य रहाणे की तकनीक अच्छी है।" उन्होंने कहा " अगर मैं एक गेंदबाज होता तो ऐसी फील्डिंग पर भरोसा नहीं करता। गावस्कर की बात को देखा जाये तो भारतीय फील्डरों को अगली बार इंग्लैंड के बल्लेबाजों को रोकने के लिए गेंदबाजों का बखूबी साथ देना होगा। आपको बाते दें कि इंग्लैंड के खिलाफ पाँच टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में भारतीय फील्डिंग खास नहीं रही थी। फील्डरों ने कई मौकों पर कैच टपकाये जिसकी बदौलत इंग्लैंड ने रनों का अम्बार लगा दिया। इस स्कोर तक पहुँचने के लिए भारत के बल्लेबाजों को भी ठीक उसी तरह की बल्लेबाजी करने की जरूरत होगी।