भारत बनाम इंग्लैंड 2016- भारतीय तेज गेंदबाजी का उदय

भारत कई मायनों में एक अलग तरह का देश है । राजनीति से लेकर सरकार तक भूगोल से लेकर समृद्ध इतिहास तक भारत की हर एक बात निराली है। इन सब बातों की झलक इंडिया की क्रिकेट में भी देखने को मिलती है । बहुत से लोगों का मानना है खेलों से देश में काफी विस्तार हुआ है । एक ऐसा देश जो लीजेंड्स बनाता है और उनको काफी मान-सम्मान देता है । जहां पर लोग बल्लेबाजी ज्यादा पसंद करते हैं और कुछ स्पिन गेंदबाजी । भारतीय क्रिकेट में बहुत सारे ऐसे खिलाड़ी हुए और सभी ने भारत को कई मौकों पर मैच जिताया । हालांकि जब एक तेज गेंदबाज का उदय होता है तब दर्शकों का रिएक्शन देखने लायक रहता है । सुनील गावस्कर ने भले ही वेस्टइंडीज के खिलाफ कई बेमिसाल पारियां खेली हों, लेकिन महान ऑलराउंडर कपिल देव ने भी अपनी तेज गेंदबाजी से फैंस को रोमांचित किया है । कपिल देव जब दौड़ कर आते थे और अंपायर के पास से एक लंबी उछाल लेकर स्विंग बॉल डालते थे, तो भारतीय फैंस उछल पड़ते थे । समय बीतता गया, कुछ समय बाद मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने गावस्कर की लीजेसी को आगे बढ़ाया । वहीं ठीक उसी समय जवागल श्रीनाथ और उनके बाद जहीर खान ने अपनी तेज गेंदबाजी से सभी के दिल में जगह बना ली । इसलिए कई मायनों में भारत के एक अनोखा देश है । यहां के लोग बल्लेबाजों को काफी पसंद करते हैं. स्पिनरों से उम्मीद रखते हैं कि वे विकेट निकालें और जब तेज गेंदबाज गेंदबाजी करने के लिए आता है तो दर्शक रोमांचित हो जाते हैं । देखिए जहीर खान की 3 बेहतरीन गेंदें

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विराट कोहली आधुनिक क्रिकेट के बैटमैन हैं । उनके पास हर तरह की रणनीति है । कोहली के पास रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जाडेजा जैसे वर्ल्ड क्लास स्पिनर हैं, लेकिन फिर भी वो मोहम्मद शमी और उमेश यादव पर उतना ही भरोसा जताते हैं, क्योंकि जब भी टीम को जरुरत होती है ये दोनों तेज गेंदबाज बेहतरीन गेंदबाजी करते हैं और अपने कप्तान को निराश नहीं करते हैं । एक ऐसा देश जहां हमेशा से तेज गेंदबाजों की कमी रही है, वहां उमेश और शमी ने अपनी स्पीड से सबको बता दिया है कि भारत में गेंदबाजों में स्पीड की कमी नहीं है । विशाखापट्टनम टेस्ट में जब मोहम्मद शमी ने अपनी बेहतरीन इन स्विंग से कुक का ऑफ स्टंप उखाड़ा तब उन्होंने केवल कुक का ऑफ स्टंप ही नहीं तोड़ा, बल्कि भारतीय फैंस, गेंदबाजों को बता दिया कि भारत के तेज गेंदबाजों के लिए स्पीड अब कोई नई बात नहीं है । इस बात के लिए जश्न मनाया जा सकता है कि शमी ने कुक के ऑफ स्टंप के 2 पार्ट कर लिए, लेकिन फैंस और भारतीय टीम को भी पता है कि ऐसी कई गेंदें अब देखने को मिलेंगीं । शमी ने आत्मिश्वास के साथ कदम बढ़ाया और उसका नतीजा सबके सामने हैं । शमी भारत के स्ट्राइकिंग तेज गेंदबाज थे और उन्होंने उस वक्त अपनी काबिलियत दिखाई जब टीम को इसकी काफी ज्यादा जरुरत थी । वीडियो को देखने के लिए क्लिक करे यहां- शमी ने कैसे कुक का ऑफ स्टंप उखाड़ा चलिए अब मोहाली टेस्ट के बारे में बात करते हैं । मोहाली में टॉप ऑर्डर के निराशाजनक प्रदर्शन के कारण इंग्लिश टीम निराश थी, लेकिन उनको विश्वास था कि उनके निचले क्रम के बल्लेबाज उन्हें मुसीबत से बचा लेंगे, क्योंकि पहले भी वो ऐसा करते आए थे । क्रिस वोक्स को देखकर लग रहा था कि वो स्पिनरों के खिलाफ उनकी निगाहें जम चुकी हैं । लेकिन तभी कोहली ने गेंदबाजी में परिवर्तन किया और मोहम्मद शमी को गेंद थमाई । शमी की एक दनदनाती हुई शॉर्ट बॉल सीधे वोक्स के हेलमेट से टकराई । गेंद इतनी तेजी से वोक्स के हेलमेट से टकराई कि उनके हेलमेट के पीछे लगा प्रोटेक्शन भी निकल गया । ऐसा देखकर सभी भारतीय खिलाड़ी डर गए, शमी तुरंत भागकर वोक्स के पास गए कि वो ठीक हैं कि नहीं । लेकिन अगली ही गेंद शमी ने फिर एक सोची-समझी रणनीति के तहत बाउंसर डाली और ये रणनीति काम कर गई । वोक्स बाउंसर को ठीक तरह से छोड़ नहीं पाए, गेंद उनके दस्ताने को छूती हुई हवा में उछल गई और स्लिप में खड़े फील्डर ने एक आसान सा कैच लिया । एक भारतीय गेंदबाज इंग्लिश बल्लेबाज को बाउंसर डाल रहा थे, ये दृश्य देखने ही लायक था । जीत के बाद कोहली ने शमी की खूब तारीफ की । कोहली ने कहा कि 'शमी काफी मजबूत खिलाड़ी हैं, क्योंकि उसको थोड़ी ज्यादा ट्रेनिंग लेनी पड़ी। घुटनों में चोट के कारण शमी को कुछ दिक्कत जरुर हुई थी, लेकिन उसने काफी मेहनत की और अब वो तेजी से रन अप लेते हैं । शमी अब लंबे-लंबे स्पेल डालते हैं और इस बात का ज्यादा ख्याल रखते हैं कि उन्हें टेस्ट का बेस्ट गेंदबाज बनना है । ऐसी पिचों पर भी उमेश और शमी ने अपना दिल छोटा नहीं किया । दोनों ने लगातार 145 kph की स्पीड से गेंदबाजी की । मैं उन पिचों पर खेलने का इंतजार कर रहा जो तेज गेंदबाजों के मुफीद हो' । भारतीय टीम अभी उत्साह से लबरेज है और ये उत्साह देखने ही लायक है । वहीं उमेश यादव भी स्पीड के बादशाह बनते जा रहे हैं, जो दूसरे छोर से शमी का बखूबी साथ निभाते हैं । उमेश लगाातर तेज गेंद डालते हैं और पूरे दिन वो ऐसा करने की कोशिश करते रहते हैं , और शायद इस बात से कोई भी इंकार नहीं करेगा कि कोहली और कुंबले की निगरानी में उनमें काफी सुधार हुआ है । उनकी बहुत सारी कमियां दूर हुई हैं और अब वो और भी ज्यादा खतरनाक गेंदबाजी करने लगे हैं । इन दोनों ही तेज गेंदबाजों ने अपने प्रदर्शन से दिखा दिया है कि टीम में वो सिर्फ नंबर बनाने के लिए नहीं है, बल्कि अगर भारत की स्लिप फील्डिंग में सुधार हो जाए तो वो भी विकेट लेने के मामले में स्पिनरों को टक्कर देंगे । उमेश यादव के नाम इस सीरीज में अभी केवल 5 विकेट है, लेकिन हमें ये भी नहीं भूलना चाहिए कि राजकोट जैसी फ्लैट पिच पर उनकी गेंद पर 5 कैच छूटे भी हैं । उन्होंने अपनी लेट रिवर्स स्विंग से जॉनी बेरिएयस्टो को काफी परेशान किया है और नई गेंद से इंग्लिश बल्लेबाजों के लिए परेशानी का सबब बने हैं । विराट कोहली एक अलग तरह के कप्तान हैं और विपक्षी टीम के हर शॉट का जवाब वो अपने फील्डिंग से देते हैं । विपक्षी टीम को दबाव में लाने के लिए कोहली अपने पेस गेंदबाजों का यूज करने में झिझकते नहीं है और इसका उन्हें काफी फायदा हुआ है । धोनी स्पिनरों पर ज्यादा भरोसा करते थे, लेकिन कोहली तेज गेंदबाजों पर ज्यादा भरोसा जताते हैं और जब तेज गेंदबाज उनके भरोसे पर खरा उतर रहे हैं तो उन्हें ये रणनीति आगे भी जारी रखनी चाहिए । इस बात का भी ख्याल रहे कि इशांत शर्मा, भुवनेश्वर कुमार और शार्दुल ठाकुर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं । वाकई में भारत की पेस बैट्री अब पूरी तरह से चार्ज है ।

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