एम एस धोनी ने विराट कोहली से जो वादा किया था वो निभाया

कप्तानी छोड़ने के कुछ समय के बाद ही महेंद्र सिंह धोनी ने विराट कोहली को 'अनाधिकारिक' उप-कप्तान के तौर पर मार्गदर्शन देने का वादा किया था। धोनी ने नागपुर में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए दूसरे टी20 अंतर्राष्ट्रीय में इस बात को साबित भी किया। उन्होंने अहम मौके पर कोहली को सलाह दी और इसका परिणाम भारत को पांच रन की जीत से देखने को मिला। इंग्लैंड को जीत के लिए अंतिम दो ओवरों में 24 रन की दरकार थी, तब कोहली ने लांग-ऑन बाउंड्री पर एक खिलाड़ी को तैनात किया बस यही से धोनी ने जिम्मेदारी उठाई। अनुभवी गेंदबाज आशीष नेहरा पर 19वां ओवर डालने की जिम्मेदारी थी और बुमराह पर आखिरी ओवर में इंग्लिश बल्लेबाजों को 8 रन नहीं बनाने देना थे। धोनी ने फील्डिंग में अहम बदलाव कराए और गेंदबाजों ने उसी हिसाब से गेंदे डाली, जिससे भारत को जीत मिली। यह भी पढ़ें : 5 कारण आखिर क्यों महेंद्र सिंह धोनी को 2019 वर्ल्ड कप तक खेलना जारी रखना चाहिए कोहली ने बाद में कहा, 'मैं सिर्फ फैसले लेने का इंचार्ज था और धोनी अपने विचार दे रहे थे। जब धोनी इंचार्ज थे, तब मैं हमेशा उनसे अपने विचार साझा करता था। अधिकांश वह उन फैसलों को तवज्जों देते थे। कभी वह फैसले सही साबित होते हैं और वह उन बदलावों को जरुर करते हैं। कभी वह सिर्फ अपनी बातों का पालन करते हैं और दूसरे खिलाड़ी के विचारों को बी विकल्प मानते हैं।' कोहली ने आगे कहा, 'क्रिकेटर्स होने के नाते हम जानते हैं कि खेल और कप्तानी के प्रति हमारी सोच विभिन्न हो सकती है। धोनी के विचार मेरे लिए मूल्यवान हैं। मगर मैं अपनी तैयारी पहले करता हूं और उनके विचारों को भी ध्यान रखता हूं। शायद, मैं अपने अंदर की आवाज़ को ज्यादा तवज्जों देता हूं, और तभी दूसरे की बात ध्यान रखते हुए भी प्लान बी को अपनाने की कोशिश करता हूं।' याद हो कि दूसरे टी20 मैच में इंग्लैंड को 12 गेंदों में जीत के लिए 24 रन की दरकार थी। नेहरा ने 19वां ओवर डाला था और उसमें 16 रन खर्च कर दिए थे। भारतीय टीम पर अत्यधिक दबाव था और ऐसे में कोहली ने धोनी की मदद लेकर बुमराह के लिए फील्डिंग सजाई। गुजरात के युवा गेंदबाज ने ओवर में सिर्फ 2 रन खर्च किये जबकि दो विकेट लेकर इंग्लैंड को जीत से वंचित किया और भारत को तीन मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबरी दिलाई। यह भी पढ़ें : महेंद्र सिंह धोनी की बिना कप्तान के रूप में 5 बेस्ट पारियां विराट कोहली भले ही कप्तान हो, लेकिन अहम मौकों पर वह कोई भी फैसला बिना धोनी से मशविरा किये नहीं लेते हैं। कोहली कह चुके हैं कि धोनी के विचार मूल्यवान हैं। धोनी ने अपनी भूमिका निभाते हुए फील्डिंग सजाई और विराट कोहली को कप्तान के रूप में पहला टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच जीतने में मदद की। इस तरह धोनी ने अपना वादा पूरा किया जो उन्होंने विराट की मदद करने के लिए किया था। भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज का तीसरा व अंतिम टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच 1 फरवरी को बैंगलोर में होगा। भारतीय टीम इस मैच को जीतकर सीरीज पर कब्ज़ा करना चाहेगी।