अच्छी बल्लेबाजी की निशानी है कि बड़ी साझेदारी की जाए। ये अत्यिधक जरुरी लक्षण पिछले वनडे में गायब था। कप्तान विराट कोहली लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, अगर ऐसा न हो तो भारतीय टीम की कई खामियां सामने आ सकती हैं। पिछले मैच में दो ओपनर्स के जल्दी आउट होने के बाद भी टीम ने कम अंतराल में दो विकेट और खो दिए। अगर किस्मत ने साथ नहीं दिया होता तो भारतीय टीम को एक बुरी हार का सामना करना पड़ता। आखिर टीम इंडिया कब तक कप्तान विराट कोहली की बल्लेबाजी पर टिकी रहेगी। एक मजबूत टीम का निर्माण तभी हो सकता है जब दूसरे बल्लेबाज भी दबाव की स्थिति में अच्छी बल्लेबाजी करके दिखाएं, जो कि केदार जाधव ने करके दिखाया। अगर इस समयस्या पर ध्यान नहीं दिया गया तो जल्दी ही टीम को बुरे दौर का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।