इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में भारतीय तेज गेंदबाजी दल ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया था। तेज गेंदबाजों ने जरुरी शुरुआती झटके इंग्लैंड को दिये थे। भले ही स्पिन गेंदबाजों ने सभी सुर्खियां बटोरी, लेकिन ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि तेज गेंदबाजों ने अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया था। हालांकि, पहले वनडे में उमेश यादव और हार्दिक पांड्या की जोड़ी ने ठीक-ठाक गेंदबाजी की। इंग्लैंड टीम की बल्लेबाजी क्रम में स्ट्रोक जैसे बल्लेबाज है, जो कि गेंदबाजों पर हावी होकर बल्लेबाजी करते हैं। इसलिए ये जरुरी हो जाता है कि हमारे तेज गेंदबाज नई गेंद से विकेट लेना सीखें, जिससे बाकी के ओवर्स में इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर दबाव बनाया जा सके।