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भारत के पूर्व वनडे कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने अपने बयान में कहा था कि उनके गेंदबाज उनकी कप्तानी में कभी भी अंतिम ओवर्स में अच्छी गेंदबाजी नहीं कर पाए। हालांकि, जसप्रीत बुमराह के टीम में आने के बाद स्थिति में सुधार हुआ है। लेकिन फिर से पहले वनडे में पुराना भूत सताने लगा है। अंतिम ओवर्स में सटीक गेंदबाजी की कमी खलने लगी है। पिछले वनडे में बुमराह अस्थिर और उमेश लय में नजर नहीं आए। इसका फायदा उठाते हुए इंग्लैंड के बल्लेबाज अंतिम ओवरों में रन लूटते रहे। कप्तान कोहली उस समय असहाय नजर आ रहे थे। कभी उनकी चेहरे पर गुस्सा तो कभी तनाव में मुस्कान सामने आ जाती। बाकि बचे हुए मैचों में गेंदबाजों को सटीक गेंदबाजी करनी पड़गी, नहीं तो मुश्किल होगी।
Edited by Staff Editor