भारत का इंग्लैंड दौरा 3 जुलाई को शुरू हो रहा है। इस दौरे में भारत को पहले तीन टी20 मैच खेलने है और इसके बाद तीन एकदिवसीय मुकाबले भी खेले जाने हैं। हालांकि इस सीरीज का मुख्य फोकस भारत और इग्लैंड के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज है। दोनों ही टीमों के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी। पहला टेस्ट मैच 1 अगस्त से खेला जाएगा। इस साल की ये दूसरी टेस्ट सीरीज होगा जो भारत विदेश में खेलेगा। इससे पहले इस साल के शुरुआत में भारत ने दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया था और वहां सीरीज जीतने में भारतीय टीम नाकाम रही थी। भारतीय टीम में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैचों में स्पिन गेंदबाजी अहम रोल निभा सकती है। इसके लिए टीम के पास आर अश्विन और रवींद्र जडेजा जैसा गेंदबाज है जो कि भारत के लिए मैच विजता भी साबित हुए हैं लेकिन पिछले इंग्लैंड दौरे में दोनों ही गेंदबाज कुछ कमाल नहीं दिखा पाए थे। ऐसे में भारतीय टीम को कुलदीप यादव को टीम में जगह देकर नया प्रयोग करना चाहिए। आइए जानते हैं कुलदीप यादव को क्यों इंग्लैंड दौरे की भारतीय टेस्ट टीम में जगह दी जानी चाहिए।
#3 दोनों तरीकों से टर्न कराने की क्षमता
कुलदीप यादव भारतीय क्रिकेट टीम की सीमित ओवरों की टीम में अपनी जगह बना चुके हैं, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कुलदीप तुरुप्प का इक्का साबित हो सकते हैं। इंग्लैंड टेस्ट के लिए टीम में कुलदीप यादव को चुने जाने का मूल कारण यह है कि वह दोनों तरीकों से गेंद को स्पिन करने में सक्षम हैं। अश्विन और जडेजा की तुलना में कुलदीप यादव के पास निश्चित रूप से अधिक विविधताएं और गेंदबाजी तकनीक हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह दाएं हाथ के बल्लेबाज या बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए गेंदबाजी कर रहे हैं क्योंकि वह दोनों बल्लेबाजों को चकमा देने वाली गेंद डाल सकते हैं। बाएं हाथ के चाइनामैन गेंदबाज होने के कारण कई बल्लेबाज कुलदीप के हाथ से गेंद जज करने में मुश्किल महसूस करते हैं। बल्लेबाज इस बात का अंदाजा भी नहीं लगा सकता कि गेंद किस और टर्न लेगी। वहीं कुलदीप के लिए दूसरा फायदा यह भी है कि वो गेंद को ज्यादा टर्न करा सकते हैं। ऐसे में वह निश्चित रूप से इंग्लिश बल्लेबाजों के लिए खतरा बन सकते हैं।
#2 कलाइयों के स्पिनर के खिलाफ इंग्लैंड का खराब प्रदर्शन
इंग्लैंड ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी के दम पर वनडे सीरीज जीती थी। इससे साफ जाहिर होता है कि इंग्लैंड के बल्लेबाज पूरी तरह से फॉर्म में हैं लेकिन पिछले कुछ सालों से यह बात भी महसूस की गई है कि इंग्लैंड के पास कलाई के स्पिनरों को खेलने के लिए बल्लेबाज मौजूद नहीं हैं। इंग्लैंड कलाई स्पिनरों के खिलाफ खेलने में काफी असहज महसूस करते हैं और ऐसे में उनकी बल्लेबाजी के स्तर में काफी गिरावट देखने को मिली है। अब कुलदीप यादव को टेस्ट टीम में शामिल करने से सीधा फायदा टीम इंडिया को होता हुआ दिखाई दे सकता है। कुलदीप यादव बेहतर कलाई स्पिन गेंद डाल के इंग्लैंड के बल्लेबाजों को अपने चक्रव्यूह में फांस कर उन्हें पैवेलियन की राह दिखा सकते हैं। हालांकि इतिहास की ओर गौर किया जाए तो भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी अनिल कुंबले साल 2007 में इंग्लैंड में भारत के सफल गेंदबाज रहे थे। उन्होंने सिर्फ 3 टेस्ट मैचों में 14 विकेट लिए और भारत को सीरीज 1-0 से जीतने में मदद की। वहीं इंग्लैंड का कलाई स्पिन को खेलते हुए निराशाजनक प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी देखने को मिला। ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉर्न ने इंग्लैंड के खिलाफ 22 मैचों में 129 विकेट हासिल किए थे। ये सर्वश्रेष्ठ कलाई स्पिनरों के आंकड़े बताते हैं कि कुलदीप इंग्लैंड दौरे में वहां की स्थितियों में एक प्रभावी गेंदबाज साबित हो सकते हैं।
#1 कुलदीप यादव- The X-Factor
कुलदीप यादव एक सत्र में मैच को बदल सकते हैं, ऐसा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनके पहले टेस्ट मैच में देखा गया था। कलाई स्पिनरों के पास एक या दो सत्र में ही खेला का पासा बदलने की क्षमता होती है। एक बार जब वे अपनी फॉर्म में आ जाएं तो विराधी बल्लेबाज के पास अपने विकेट गंवाने के अलावा कोई दूसरा चारा ही नहीं होता है। कुलदीप यादव ने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने पहले टेस्ट मैच के दौरान ही दिखा दिया था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने पहले सत्र में वो ज्यादा कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए थे और ऑस्ट्रलियाई गेंदबाज भी उनके खिलाफ सहज होकर खेल रहे थे लेकिन दूसरे सत्र में ही मैच पूरी तरह से बदल गया था। एक वक्त जब ऑस्ट्रेलिया 144-1 पर खेल रही थी और थोड़े ही समय में कुलदीप यादव की शानदार गेंदबाजी के चलते ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 178-5 हो चुका था। कुलदीप ने जल्द ही विकेट अपने नाम कर लिए थे। वहीं कुलदीप यादव ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय क्रिकेट में हैट्रिक भी ली थी, उस दौरान भी उन्होंने अपने दम पर मैच पलट दिया था। कुलदीप जैसे कलाई स्पिनर गेंद को किसी भी सतह पर टर्न करा सकता है। इसके साथ ही वह किसी हालात में अपनी छाप छोड़ सकते हैं। ऐसे में इंग्लैंड दौरे की परिस्थितियों में कुलदीप अपनी प्रतिभा को शानदार तौर पर पेश कर सकते हैं। लेखक: शुभम कुलकर्णी अनुवादक: हिमांशु कोठारी