4-0 से सीरीज जीतने के इरादे से उतरेगी टीम इंडिया, क्या इंग्लैंड बचा पाएगी मैच?

भारत और इंग्लैंड के बीच कल से चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में टेस्ट सीरीज का पांचवां और आखिरी मैच खेला जाएगा। भारत ने इस सीरीज पर पहले ही कब्ज़ा कर लिया है और फ़िलहाल 3-0 से आगे चल रही है। आखिरी मैच में जीत हासिल कर भारतीय टीम सीरीज पर 4-0 से कब्ज़ा करना चाहेगी। गौरतलब है कि पिछली तीन सीरीज में इंग्लैंड ने भारत को 4-0, 2-1 और 3-1 से हराया था। भारतीय टीम की अगर बात करें तो कल टीम शायद 26 टेस्ट मैचों के बाद पहली बार बिना किसी बदलाव के उतरे। 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ रोज बाउल, साउथैम्पटन में खेले गए टेस्ट के बाद भारत ने मुंबई टेस्ट तक हर मैच में कोई न कोई बदलाव जरुर किया। लेकिन चेन्नई टेस्ट में इस बात की उम्मीद लग रही है कि जो टीम मुंबई में खेली थी, उसमें कोई बदलाव न किया जाये। हालांकि अपनी शादी के बाद इशांत शर्मा टीम के साथ जुड़ गए हैं लेकिन इस बात की उम्मीद कम है कि भुवनेश्वर कुमार को बाहर कर उन्हें मौका दिया जाए। विराट कोहली की कप्तानी में भी टीम पहली बार बिना किसी बदलाव के उतरेगी। अगर बल्लेबाजी की बात की जाए तो कप्तान विराट कोहली और मुरली विजय ने पिछले मैच में शतक लगाया था और अभी फॉर्म में हैं। पुजारा के लिए भी ये सीरीज काफी अच्छी रही है। केएल राहुल निश्चित तौर पर एक बड़ी पारी खेलना चाहेंगे, वहीं दो टेस्ट मैच खेल चुके करुण नायर भी एक बड़ी पारी की तलाश में होंगे। पार्थिव पटेल मुंबई टेस्ट में नही चले लेकिन चेन्नई में वो अपना योगदान देना चाहेंगे। निचले क्रम में अश्विन और जयंत यादव की फॉर्म काफी अच्छी है और उन्हें रविन्द्र जडेजा बढ़िया सहयोग दे रहे हैं। गेंदबाजी में रविचंद्रन अश्विन बेहतरीन फॉर्म में हैं और चार टेस्ट में 27 विकेट ले चुके हैं। उनके साथ रविन्द्र जडेजा और जयंत यादव भी अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। तेज़ गेंदबाजों को पिछले टेस्ट में उतना ज्यादा मौका नहीं मिला लेकिन आखिरी टेस्ट में उमेश यादव और भुवी विकेट लेने की भरपुर कोशिश करेंगे। अगर इंग्लैंड टीम की बात करें तो जेम्स एंडरसन के बाहर होने से उन्हें झटका लगा है और उनकी जगह स्टुअर्ट ब्रॉड टीम में वापस आ सकते हैं। लियाम डॉसन भी जेक बॉल या क्रिस वोक्स की जगह अपना टेस्ट डेब्यू कर सकते हैं। आदिल रशीद और मोइन अली स्पिन आक्रमण संभालेंगे। बल्लेबाजी में कप्तान एलिस्टेयर कुक और जो रूट एक बड़ी पारी खेलना चाहेंगे। कीटन जेनिंग्स अपनी फॉर्म बरक़रार रखना चाहेंगे और बेन स्टोक्स एवं मोइन अली भी बल्ले से योगदान देना चाहेंगे। जॉनी बैर्स्टो के लिए ये साल काफी अच्छा रहा और वो इसका अंत शानदार तरीके से करने की ताक में होंगे। दो दिन पहले चेन्नई में आये चक्रवात के कारण मौसम पर काफी प्रभाव पड़ा है और अब देखना है कि क्या इससे पिच पर भी कोई असर पड़ेगा। फिलहाल चेन्नई में मौसम सही है और तूफ़ान के बाद पिच और आउटफील्ड को सुखाया भी गया है। पिच स्पिन को मदद दे सकती है और ऐसी स्थिति में अश्विन एक बार फिर इंग्लैंड के लिए सिरदर्द साबित हो सकते हैं। इंग्लैंड ने चेन्नई में 8 टेस्ट खेले हैं, जिसमें उन्होंने तीन टेस्ट जीत और चार हारे हैं। भारत ने यहाँ 31 में से 13 टेस्ट जीते हैं। अगर कोहली इस मैच में 135 रन बनाते हैं तो वो एक सीरीज में सुनील गावस्कर द्वारा बनाये गए सबसे ज्यादा रनों (774) के रिकॉर्ड को तोड़ देंगे। वहीं अश्विन अगर इस टेस्ट में 9 विकेट लेते हैं तो वो एक सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन सकते हैं। रिकॉर्ड भागवत चन्द्रशेखर (35) के नाम है। इंग्लैंड ने जब आखिरी बार चेन्नई में खेला था तो भारत ने 387 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की थी और सचिन तेंदुलकर ने 103 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली थी। इंग्लैंड ने 1985 में आखिरी बार चेन्नई में टेस्ट जीता था।