न्यूज़ीलैंड को 3-0 से मात देने के बाद भारतीय टीम का मुकाबला उस इंग्लैंड टीम से है, जिससे भारतीय टीम 2012 में 1-2 से हार गयी थी। मौजूदा समय में भारत और इंग्लैंड दोनों टीमें फॉर्म में हैं, इसलिए ये 5 मैचों की सीरीज शानदार होने वाली है। हालाँकि इंग्लैंड हाल ही में बांग्लादेश से 1-1 से टेस्ट सीरीज ड्रा खेली है। ऐसे में भारतीय टीम का पलड़ा थोड़ा भारी है। इसके बावजूद मेहमान टीम भारतीय टीम को जबरदस्त टक्कर देने की तैयारी में है। पहले दो टेस्ट के लिए भारतीय टीम का चयन हो चुका है, जिसमें कई खिलाड़ियों के चोटिल होने की वजह से लम्बे समय पर बेंच पर रहे खिलाड़ियों के अलावा इशांत शर्मा की वापसी और हार्दिक पांड्या नए चेहरे को शामिल किया गया है। भारत और इंग्लैंड के बीच पहला मुकाबला राजकोट में होगा। टीम: विराट कोहली(कप्तान), गौतम गंभीर, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाने, रोहित शर्मा, रिधिमान साहा, रविन्द्र जडेजा, आर आश्विन, इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी, करुण नायर, उमेश यादव, अमित मिश्रा, हार्दिक पांड्या।
सलामी जोड़ी
न्यूज़ीलैंड की सीरीज में भारत के पास के पास केएल राहुल, शिखर धवन, गौतम गंभीर और मुरली विजय सलामी बल्लेबाज़ थे। लेकिन इस बार चोट की वजह से शिखर धवन और केएल राहुल टीम से बाहर हैं। उनकी जगह पर गंभीर टीम बरकरार रखे गये हैं। जिन्होंने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ तीसरा टेस्ट खेला था। दुर्भाग्यवश इस बार धवन और राहुल दोनों अभी तक फिटनेस टेस्ट में सफल नहीं हो पाए हैं। इस लिए सलामी बल्लेबाज़ की भूमिका में विजय और गंभीर ही नजर आएंगे। मध्यक्रम की बल्लेबाज़ी न्यूज़ीलैंड के खिलाफ सीरीज की शुरुआत में पुजारा की जगह पर सवाल उठने लगे थे। लेकिन पुजारा ने दिलीप ट्रॉफी में शानदार खेल दिखाते हुए खुद को साबित किया कि वह भारतीय टीम में खेलने का हक रखते हैं। उन्होंने कीवी टीम के खिलाफ रन भी इसलिए टीम में वह अंतिम एकादश में जरुर शामिल किए जायेंगे। पुजारा के बाद कोहली और रहाणे टीम के मध्यक्रम को मजबूत बनायेंगे। इसके अलावा विकेटकीपर बल्लेबाज़ साहा भी बल्लेबाज़ी में अपना जौहर दिखायेंगे। क्योंकि रोहित शर्मा चोट की वजह से टीम से बाहर हैं। टीम अगर 7 बल्लेबाज़ और 4 गेंदबाज़ के साथ उतरेगी तो करुण नायर भी अपना डेब्यू कर सकते हैं। वहीं अगर हार्दिक पांड्या को टीम में शामिल किया जाता है। तो आश्विन को 6ठे बल्लेबाज़ की भूमिका निभानी होगी। पांड्या टीम के लिए अतिरिक्त गेंदबाज़ की भूमिका निभा सकते हैं। स्पिनर्स भारत के पास टेस्ट के नम्बर एक स्पिनर आर आश्विन हैं, जो उपमहादीप में सबसे सफल गेंदबाज़ रहे हैं। इसलिए वह अंतिम एकादश का हिस्सा जरुर होंगे। इसके अलावा रविन्द्र जडेजा के अलावा अमित मिश्रा को टीम प्रबन्धन मौका दे सकता है। ऐसा करने के लिए टीम 6-5 का कॉम्बिनेशन बनाना होगा। साथ ही मिश्रा की हालिया फॉर्म को देखते हुए कप्तान विराट जडेजा को टीम से बाहर बिठा सकते हैं। साथ ही कोहली सबको हैरान भी कर सकते हैं और वह तीन स्पिनर के साथ सिर्फ पांड्या को टीम में शामिल कर सकते हैं। तेज गेंदबाज़ भारत इस सीरीज में दो गेंदबाजों से ज्यादा अंतिम एकादश में नहीं शामिल करेगा। इशांत शर्मा की वापसी हुई है, जिन्हें चिकनगुनिया की वजह से न्यूज़ीलैंड के खिलाफ हुई टेस्ट सीरीज से बाहर होना पड़ा था। उनकी गैरमौजूदगी में मोहम्मद शमी ने तेज गेंदबाज़ी की अगुवाई की थी। उनका साथ भुवनेश्वर कुमार ने दिया। जो दूसरे टेस्ट में मैच विनर साबित हुए थे। लेकिन चोट की वजह से इस बार वह टीम में नहीं हैं। ऐसे में विराट कोहली शमी के साथ इशांत को अंतिम 11 में मौका दे सकते हैं। साथ ही अगर टीम प्रबन्धन तीन स्पिनर के साथ उतरना चाहेगा तो पांड्या और शमी को अंतिम 11 में शामिल किया जा सकता है। अंतिम एकादश अंतिम 11 में 9 नम्बर तक की जगह तकरीबन फाइनल है। बाकी दो स्थानों के लिए करुण नायर, इशांत शर्मा, अमित मिश्रा और पांड्या के बीच के फाइट है। वनडे में हार्दिक ने अच्छा प्रदर्शन किया है, जिसकी वजह से उन्हें टेस्ट मौका मिलना चाहिए वह अतिरिक्त गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी का मुजायरा पेश कर सकते हैं। लेकिन तीसरे स्पिनर के तौर पर अगर अमित मिश्रा टीम में शामिल होते हैं, तो पांड्या को टीम जगह मिल सकती है। संभावित एकादश: विराट कोहली(कप्तान), गौतम गंभीर, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाने, रोहित शर्मा, रिधिमान साहा, रविन्द्र जडेजा, आर आश्विन, मोहम्मद शमी, अमित मिश्रा, हार्दिक पांड्या।