भारत VS इंग्लैंड वनडे सीरीज 2017 – दोनों टीमों को मिलाकर बनाई प्लेइंग इलेवन

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भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली ये वन-डे सीरीज बेहद रोमांचक होने वाली है और दोनों ही देशों के क्रिकेट फैंस को इसका बेसब्री से इंतजार है। खासकर अगर भारतीय फैंस की बाते करें तो वो भी धोनी को 10 साल बाद बतौर बल्लेबाज खेलते हुए देखेंगे। इस बार मैन इन ब्लूज अपने नए कप्तान के साथ उतरेगी तो ये देखना भी दिलचस्प होगा कि जिस तरह से सफेद जर्सी में विराट ने जीत का रंग का चढ़ाया है क्या वो सीमित ओवरों के खेल में अपना जलवा बरकरार रख पाएंगे। भारत और इंग्लैंड दोनों ही टीमों के पास अच्छे खिलाड़ी हैं। जिन्होंने अपने प्रदर्शन के दमपर खुद तो साबित किया है, तो वहीं दोनों टीमों में कई युवा खिलाड़ी भी हैं, जिन्हें भविष्य के स्टार खिलाड़ी के तौर पर देखा जाता है। जिनकी वजह से हर कोई इस सीरीज को देखना चाहेगा। चलिए अब आपको दिखाते हैं दोनों टीमों को मिलाकर बनाई गई प्लेइंग इलेवन :


ओपनर्स एलेक्स हेल्स

प्रदर्शन के लिहाज से एलेक्स हेल्स के लिए साल 2016 शानदार रहा है। इंग्लिश ओपनर के तौर पर टीम में हेल्स की जगह पक्की समझी जा सकती है। एलक्स हेल्स बांग्लादेश दौरे पर इंग्लैंड टीम के साथ नहीं थे। लेकिन अब भारत के खिलाफ सब कॉन्टिनेंट की पिचों पर वो अपने जौहर दिखाने को तैयार होंगे। पाकिस्तान के खिलाफ हेल्स की 171 रन की पारी वनडे क्रिकेट में किसी भी इंग्लिश बल्लेबाज का सबसे बड़ा स्कोर है। लिहाजा इंग्लैंड की टीम चाहेगी की भारत के खिलाफ हेल्स अपना धुआंधार खेल जारी रखें।


शिखर धवन

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एलेक्स हेल्स के साथ दूसरे ओपनर के तौर पर शिखर धवन बिल्कुल फिट बैठते हैं। धवन भी अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं और वो रनों की रफ्तार को बरकरार रखेंगे। हालांकि ओपनिंग स्लॉट में धवन को के एल राहुल और अजिंक्य रहाणे से भी कड़ी टक्कर मिल सकती है। इंग्लैंड के खिलाफ प्रैक्टिस मैच में रहाणे ने 91 रन की पारी खेली थी। इससे देखते हुए रहाणे को भी ओपनिंग स्लॉट का बड़ा दावेदार बताया जा सकता है। लेकिन इसके बावजूद जो चीज धवन का दावा मजबूत करती है वो है शुरूआती ओवर्स में तेजी से रन बटोरने की उनकी क्षमता। जो उन्हें इस पोजीशन का मजबूत दावेदार बनाता है।

मिडिल ऑर्डर विराट कोहली

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नंबर 3 पर विराट कोहली को कोई भी चुनौती नहीं दे सकता, हालांकि कप्तानी मिलेन पर विराट इस एकस्ट्रा जिम्मेदारी को कैसे निभाएंगे ये भी देखने वाली बात होगी। ये तो सभी जानते हैं कि टेस्ट की कप्तानी मिलने के बाद से विराट की बल्लेबाजी में और ज्यादा निखार आया है और बतौर कप्तान भी वो सभी की उम्मीदों पर खरे उतरे हैं। ऐसे में सीमित ओवरों की कप्तानी मिलने के बाद नई जर्सी में कोहली से एक बार फिर उसी प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद है। कोहली के लिए साल 2016 यादगार साबित हुआ है। वो क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में टॉप 5 बल्लेबाजों की लिस्ट में शुमार हैं। कोहली ने 2016 में आईपीएल -9 में 4 शतक जड़े। जबकि टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 3 दोहरे शतक बनाए हैं। क्रिकेट फैंस चाहेंगे कि 2017 में कोहली ने अपनी कंसीस्टेंसी को ऐसे ही बरकरार रखें।


जो रूट

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जो रूट अपने पहले बच्चे के जन्म के बाद कुछ दिन के लिए इंग्लैंड गए थे। अब रूट फिर से इंग्लिश टीम के साथ जुड़ चुके हैं। हालांकि रूट ने इंडिया ए के खिलाफ वॉर्म अप मैचों में हिस्सा नहीं लिया था लेकिन इसके बावजूद भी वो दोनों टीमों को मिलाकर बनाई गई प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं। रूट भी नंबर 3 पोजीशन पर फिट बैठते हैं। क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में रूट पिछले लंबे समय से अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं। 2016 में रूट ने 60 के औसत से रन बटोरे। इस दौरान उनके बल्ले से 2 शतक और 6 अर्धशतक भी निकले हैं।


एम.एस.धोनी

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एम.एस.धोनी के कप्तानी छोड़ने के बाद काफी चीजें बदल गई हैं। लेकिन उम्मीद करेंगे हमें वही पुराने धोनी देखने को मिलेंगे। 9 साल बाद धोनी के कंधों से कप्तानी का बोझ कम हुआ है। ऐसे में धोनी खुलकर अपना नेचुरल गेम खेल सकते हैं। जैसा कि युवराज सिंह भी इस ओर ईशारा कर चुके हैं कि अब हमें वही पुराना धोनी देखने को मिलेगा जो अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए जाने जाता है। अब ये देखना भी दिलचस्प होगा कि धोनी विराट की कप्तानी में कैसे खेलते हैं। जाहिर है कप्तानी का दबाव हटने के बाद अब धोनी बैटिंग ऑर्डर में भी ऊपर बल्लेबाजी करने के लिए आएंगे और टीम की जरूरत के हिसाब से बल्लेबाजी करेंगे। ऑलराउंडर्स बेन स्टोक्स

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बेन स्टोक्स ऑलराउंडर के रोल में पूरी तरह से फिट बैठते हैं। स्टोक्स मिडिल ऑर्डर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। स्टोक्स ने पिछले ही साल साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट में सबसे तेज 250 रन बनाए थे। स्टोक्स ने 30 चौके और 11 छक्कों की मदद से 198 गेंदों पर 258 रन जड़े थे। इतना ही नहीं समय पड़ने पर बेन स्टोक्स गेंद से भी कमाल करते हैं। स्टोक्स इंग्लैंड टीम के लिए तीनों फॉर्मेट में सबसे अहम सदस्य हैं। हालांकि वनडे क्रिकेट में स्टोक्स को अभी भी अपने खेल को बेहतर करने की जरूरत है। 47 वनडे मैचों में स्टोक्स ने सिर्फ 1 शतक जमाया है और वनडे में उनका औसत भी कम है। इस लिहाजा ये सीरीज स्टोक्स के लिए एक मौका लेकर आई है कि वो यहां पर अच्छा प्रदर्शन कर अपने वनडे क्रिकेट के आंकड़ों में सुधार कर सकते हैं।


जोस बटलर

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विकेटकीपर बल्लेबाज के लिए इंग्लैंड की पहली पसंद हैं जोस बटलर। वो इस पोजीशन पर जॉनी बैरिस्टो पर भारी पड़ते हैं। जोस बटलर भी अपने धुआंधार खेल के लिए जाने जाते हैं और इंग्लैंड टीम को उनपर कितना भरोसा है, इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले साल उन्हें इंग्लैंड की कप्तानी करने का भी मौका दिया गया था। जोस बटलर भारत की परिस्थियों से भी पूरी तरह वाकिफ हैं। बटलर ने पिछले साल आईपीएल में मुंबई इंडियंस की ओर से हिस्सा लिया था।

स्पिनर्स आदिल रशीद

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आखिरकार इंग्लैंड के टॉप क्लास स्पिनर तलाशने की खोज खत्म हुई। ऐसा लगता है कि लंबे समय बाद इंग्लैंड को उनका टॉप क्लास स्पिनर आदिल रशीद के रूप में मिल गया है। लेग स्पिनर आदिल रशीद इंग्लैंड की बॉलिंग लाइन अप में संतुलन बनाए रखते हैं। भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी राशिद ने अच्छा प्रदर्शन किया था। उन्होंने भारत की धीमी पिचों पर भी खूब विकेट चटकाए और उनका ये अनुभव वनडे सीरीज में भी उनके काम आने वाला है। भारतीय टीम में दाएं हाथ के बल्लेबाज ज्यादा हैं। ऐसे में लेग स्पिनर आदिल रशीद इंग्लैंड की जीत में अहम रोल निभा सकते हैं।


रविचंद्रन अश्विन

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अगर ये कहा जाए कि 2016 भारतीय क्रिकेट में अश्विन के नाम रहा तो गलत नहीं होगा। 2016 में आर अश्विन ने कई रिकॉर्ड्स अपने नाम किए। एक ऑलराउंडर के तौर पर अश्विन के खेल में काफी निखार आया है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 शतक जड़े। जिससे ये पता चलता है अश्विन को वेस्टइंडीज के गेंदबाज कुछ ज्यादा ही रास आते हैं।

अश्विन के लगातार अच्छे प्रदर्शन का ईनाम उन्हें आईसीसी ने दिया। आईसीसी ने अश्विन को आईसीसी प्लेयर ऑफ द ईयर और आईसीसी टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर के अवॉर्ड से भी नवाजा। अश्विन को न्यूजीलैंड के खिलाफ रविंद्र जडेजा के साथ आराम दिया गया था। लेकिन अब इंग्लैंड के खिलाफ उन्हें वनडे में शामिल किया गया है तो उम्मीद है अश्विन फिर से तरोताजा होकर मैदान पर उतरेंगे। तेज गेंदबाज डेविड विली

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इंग्लैंड के लेफ्ट ऑर्म स्विंग गेंदबाज डेविड विली की हाल ही में शादी हुई है और उन्हें इस समय इंग्लैंड क्रिकेट की सबसे बड़ी खोज भी माना जा सकता है। डेवड विली बल्ले और गेंद दोनों से कमाल दिखाते हैं। विली ने काउंटी क्रिकेट में यॉर्कशायर की ओर से खेलते हुए अहम विकेट चटकाए और वो यॉर्कशायर की जीत के हीरो बने। जबकि वर्ल्ड टी 20 में इंग्लैंड के शानदार सफर के पीछे भी विली का ऑलराउंड प्रदर्शन है अहम रोल रहा है। पहले विली टी 20 में बतौर ओपनर उतरा करते थे। टी 20 में डेविड विली 40 गेंदों में शतक भी जड़ चुके हैं। लेकिन इसके बाद वो इंग्लैंड के लिए बैटिंग ऑर्डर में नीचे बल्लेबाजी करने लगे।


जसप्रीत बुमराह

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2016 में भारतीय क्रिकेट की सबसे बड़ी खोज जसप्रीत बुमराह हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है। सफेद गेंद से बुमराह खुद साबित करे चुके हैं। बुमराह का बॉलिंग एक्शन और उनकी जबरदस्त यॉर्कर बल्लेबाज के लिए खौफ का दूसरा नाम बन चुकी है। बुमराह ने वनडे क्रिकेट में डेब्यू भले ही पिछले साल किया हो, लेकिन उन्होंने खुद को टॉप क्लास तेज गेंदबाजों की जमात में शामिल करने में ज्यादा समय नहीं लिया। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपने पहले ही साल में बुमराह ने बता दिया है कि वो सीमित ओवरों के क्रिकेट में भारत के लिए लंबी रेस के घोड़े हैं। खासकर बुमराह टीम इंडिया के लिए डेथ ओवर में सबसे कारगर साबित होते हैं।

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