IND vs ENG 2016 : DRS के लिए तैयार हुआ BCCI, टेस्ट सीरीज में होगा ट्रायल

एक बड़ा फैसला जो सीरीज पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है, भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में अंपायर निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) का पूर्ण संस्करण ट्रायल के आधार पर लागू किया जाएगा, जिससे प्रणाली द्वारा बनाई प्रगति का आंकलन किया जा सके। पूर्ण संस्करण में हॉकआई, अल्ट्रामोशन कैमराज, अल्ट्रा-एज और सभी तरह के कैमरे शामिल हैं, जिससे DRS का पर्याप्त आंकलन होता है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के क्रिकेट के महाप्रबंधक ज्योफ एलरडाइस ने गुरुवार को भारत और न्यूजीलैंड के बीच दिल्ली में दूसरे वन-डे से पहले बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर, प्रमुख कोच अनिल कुंबले और एमवी श्रीधर से मुलाकात करके अपने द्वारा बनाई प्रणाली का प्रेजेंटेशन दिया। ऐसा प्रतीत होता है कि इस सत्र से बीसीसीआई के आला अधिकारियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा और अब यह देखना रोचक होगा कि क्या यह प्रणाली आगे भी भारत को यकीन दिलाने में कामयाब रहेगी और क्या वह उसे नियमित आधार पर इस्तमाल करना शुरू करेंगे। बीसीसीआई वैश्विक क्रिकेट में एकमात्र ऐसा देश है जो लगातार डीआरएस प्रणाली का विरोध करता रहा है। इसके चलते भारत की किसी भी द्विपक्षीय सीरीज में डीआरएस लागू नहीं होता था। अब राजकोट में 9 नवंबर से होने वाले पहले टेस्ट मैच से डीआरएस को लागू किया जाएगा। इस सीरीज में इस प्रणाली के परिणामों को देखकर बीसीसीआई आगे के बारे में फैसला करेगी। बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा, 'हमें यह जानकर खुशी है कि हॉकआई ने बीसीसीआई द्वारा दी गई सभी सिफारिशों पर ध्यान देकर इसमें सुधार किया है। हम इस बात की घोषणा करते है कि इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज में ट्रायल के आधार पर हम DRS प्रणाली को सुधरे हुए स्वरूप में लागू करेंगे। हम देखेंगे कि इसका परिणाम कैसा रहता है और फिर इसे अपनाने के बारे में आगे भी निर्णय लिया जाएगा।'