भारत और इंग्लैंड के बीच मुंबई में होने वाले सीरीज के चौथे टेस्ट मैच के लिए पिच क्यूरेटर ने वानखेड़े स्टेडियम की पिच को लेकर एक खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि वहां की विकेट मैच के तीसरे दिन से टर्न लेना शुरू कर देगी। आपको बता दें कि पिच पर पहले से ही घास हटाने का काम शुरू कर दिया गया है और उसको लगातार पानी दिया जा रहा है। यही दो कारक हैं जो पिच को टर्न कराने में योगदान हासिल करेंगे। वानखेड़े स्टेडियम के पिच क्यूरेटर रमेश ने एक इन्टरव्यू में कहा "यह विकेट मैच के दूसरे दिन की संध्या से ही टर्न होना शुरू कर देगा, या फिर तीसरे दिन की सुबह से, यहाँ कुछ दिनों से काफी ओंस पड़ रही है, इसलिए हम पिच को कम से कम ठक रहे हैं, हम घांस को भी काट रहे हैं, जिससे की चौथे टेस्ट मैच के लिए अच्छी और ताज़ा विकेट तैयार हो सके" गौरतलब है कि इंग्लैंड टीम पहले ही सीरीज के दो टेस्ट मैचों को बुरी तरह से गँवा चुकी है। इसके साथ ही अब उसको चौथे टेस्ट में भी टर्निंग विकेट पर खेलना पड़ेगा। जहाँ इंग्लैंड की राह बिलकुल भी आसान नहीं लग रही है। इससे पहले वानखेड़े स्टेडियम में आखिरी टेस्ट मैच 2013 में भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया था। जहाँ भारत के पूर्व महान बल्लेबाज़ और क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन रमेश तेंदुलकर ने अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था। उस मैच में भारतीय स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 10 विकेट चटकाए थे। जिसके लिए उन्हें उस मैच में मैन ऑफ़ द मैच चुना गया था। परंपरागत रूप से, यह तो सच है कि वानखेड़े की लाल मिटटी वाली विकेट स्पिन गेंदबाजों को पहले से ही मदद देती आई है। खासकर बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाजों के लिए और इसका मतलब साफ़ है कि चौथे टेस्ट मैच में रविन्द्र जडेजा इंग्लैंड के लिए चिंता का सबब साबित होने वाले हैं।