मध्यक्रम के मजबूत बल्लेबाज सौराष्ट्र के चेतेश्वर पुजारा द्वारा अचम्भित करने वाला घरेलू रिकॉर्ड रखते हुए भी वे इसे विदेशी परिस्थितियों में नहीं दोहरा सके. पुजारा अपने छोटे से करियर में दो दोहरे शतक लगाकर विशेषकर भारतीय परिस्थितियों में टेस्ट टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए। हालांकि वे अपने उतार-चढाव भरे फॉर्म के कारण पिछले कुछ समय टीम से बाहर भी रहे थे, उनके चौंका देने वाले घरेलू रिकॉर्ड और भारत के भीतर उनका टेस्ट रिकॉर्ड उन्हें इस लम्बे घरेलू सत्र में भारतीय टीम का एक अहम हिस्सा बनाता है। दूसरी तरफ बाएँ हाथ के स्पिन गेंदबाज मिचेल सेंटनर अपने अब तक के छोटे से करियर में बहुत प्रभावशाली रहे हैं। अन्तर्राष्ट्रीय करियर में इस नए खिलाड़ी को यह ध्यान में होगा कि पुजारा बाएँ हाथ के गेंदबाजों से परेशान होते रहे हैं तथा वे उन्हें अपनी विविधता भरी गेंदबाजी से अस्थिर करने की सोचेंगे। सांटनर भारतीय पिचों के टर्निंग वर्ग की उम्मीद से अपने पदार्पण को भारत में यादगार बनाने के लिए उत्सुक होंगे।