कोलकाता टेस्ट में जीत हासिल कर सीरीज पर कब्ज़ा करना चाहेगी भारतीय टीम, गेंदबाज फिर से निभाएँगे अहम भूमिका

भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट कल से कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला जाएगा। भारतीय टीम ने कानपुर में हुए पहले टेस्ट में न्यूजीलैंड को 197 रनों से हराकर सीरीज में 1-0 की महत्वपूर्ण बढ़त ले ली थी। भारत कोलकाता में ही इस सीरीज पर और टेस्ट रैंकिंग में पहले स्थान पर कब्ज़ा करना चाहेगी, वहीँ न्यूजीलैंड की टीम पहले टेस्ट में मिली करारी हार के बाद वापसी करने की कोशिश करेगी। भारतीय टीम के लिए ये घरेलू जमीन पर 250वां टेस्ट होगा। कानपुर टेस्ट में भारतीय स्पिनरों ने बहुत ही शानदार प्रदर्शन किया था और न्यूजीलैंड के 20 में 16 विकेट अश्विन और जडेजा के नाम रहे। कोलकाता में एक बार फिर इन गेंदबाजों से बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद होगी, वहीँ तेज़ गेंदबाज भी विकेट लेने की तलाश में होंगे। पहले टेस्ट के आखिरी दिन मोहम्मद शमी ने बहुत ही अहम दो विकेट हासिल किये थे और न्यूजीलैंड की वापसी की उम्मीदों को समाप्त कर दिया था। इशांत की गैर मौजूदगी में एक बार फिर शमी और उमेश, स्पिन गेंदबाजों को बढ़िया समर्थन देना चाहेंगे। बल्लेबाजी में मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा ने पहले टेस्ट की दोनों पारियों में अर्धशतक लगाया था और दोनों इस मैच में भी अपने फॉर्म को बरकरार रखना चाहेंगे। केएल राहुल ने दोनों पारियों में बढ़िया शुरुआत की थी लेकिन बड़ी पारी नहीं खेल सके। फ़िलहाल चोट के कारण वो टीम से बाहर हो गए हैं और उनकी जगह गौतम गंभीर या शिखर धवन को मौका मिल सकता है। पहले टेस्ट में रोहित शर्मा और रविन्द्र जडेजा ने भी बल्ले से महत्वपूर्ण योगदान दिया था। हालांकि कप्तान विराट कोहली का फॉर्म टीम के लिए चिंता का विषय है और वो कोलकाता टेस्ट में बढ़िया वापसी करना चाहेंगे। अजिंक्य रहाणे भी पहले टेस्ट की असफ़लता को जल्द ही भूलना चाहेंगे। अगर विराट कोहली दूसरे टेस्ट में पांच गेंदबाजों के साथ खेलते हैं तो रोहित शर्मा को बाहर बैठना पड़ सकता है। न्यूजीलैंड के बल्लेबाज भी पहले टेस्ट की असफलता को भूलकर इस टेस्ट में वापसी करना चाहेंगे। पहले टेस्ट में कप्तान केन विलियमसन, टॉम लैथम, मिचेल सैंटनर और ल्युक रोंकी ने अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन रॉस टेलर की असफलता कीवी टीम को भारी पड़ी। गेंदबाजी में भी सैंटनर ने प्रभावित किया लेकिन इश सोढ़ी बहुत बढ़िया प्रदर्शन नहीं कर सके। तेज़ गेंदबाजों में ट्रेंट बोल्ट और नील वैगनर इस टेस्ट में विकेट लेना चाहेंगे। मार्क क्रेग की जगह देखना है कि कीवी टीम किस गेंदबाज को मौका देती है। अगर ईडन गार्डन्स की परिस्थिति की बात करें तो यहाँ की पिच कानपुर से अलग हो सकती है। ऐसे तो यहाँ की पिच धीमी होती है लेकिन यहाँ दूसरे टेस्ट के दौरान बढ़िया उछाल देखने को मिल सकती है। पहला दिन तेज़ गेंदबाजों को मदद दे सकता है, वहीँ दूसरा और तीसरा दिन बल्लेबाजों के मददगार होगा। आखिरी दो दिन टर्न देखने को मिल सकता है। हालांकि कोलकाता में टेस्ट के दौरान बारिश की संभावनाओं को नकारा नहीं जा सकता है और ऐसा हो सकता है कि खराब मौसम टेस्ट के परिणाम पर असर डाले।