भारत और न्यूजीलैंड के बीच दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर गुरुवार को खेले गए दूसरे वन-डे में 243 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मेजबान टीम के एक समय 183 रन पर 8 विकेट गिर गए थे। उसके हाथ से मैच फिसलता हुआ नजर आ रहा था। हालांकि, हार्दिक पांड्या और उमेश यादव ने 49 रन की अच्छी साझेदारी करके भारत की मैच में वापसी करा दी थी। हार्दिक ने फिर एक मुश्किल शॉट खेलकर विरोधी टीम पर दबाव डालने का प्रयास किया। यहां हार्दिक अपना विकेट गंवा बैठे जबकि न्यूजीलैंड ने 6 रन से मैच जीतकर पांच मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली। मौजूदा दौरे पर कीवी टीम की यह पहली जीत भी रही। हार्दिक की इस गलती की वजह से भारतीय टीम को शिकस्त सहना पड़ी, लेकिन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उनका बचाव किया है। लक्ष्य का पीछा करते समय शानदार प्रदर्शन करके बेस्ट फिनिशर का नाम अपने खाते में जोड़ने वाले धोनी ने कहा कि पांड्या को उनकी गलती के लिए दोषी ठहराना गलत है और साथ ही कहा कि 23 वर्षीय ऑलराउंडर को इस हार से काफी कुछ सीखने को मिलेगा। मैच के बाद धोनी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'आप हमेशा लक्ष्य बनाते है कि किस गेंदबाज पर हावी होना चाहेंगे और ऐसी परिस्थितियों में आखिरी गेंद भी शामिल होती है। इसलिए यह युवा खिलाड़ी के लिए अच्छा मौका होता है कि वह दबाव में खेले और इससे आपको बहुत कुछ सीखने को मिलता है। हो सकता है कि गेंद पॉइंट के ऊपर से जाती तो बाउंड्री मिल जाती जबकि अन्य चीजें पूरी तरह बदल गई होती। हार्दिक अभी भी सीख रहा है और उनके स्ट्रोक को ऐसे में दोषी ठहराना गलत होगा।' बता दें कि भारतीय टीम को मैच जीतने के लिए 8 गेंदों में 11 रन की जरुरत थी। पांड्या ने ट्रेंट बोल्ट की शॉर्ट गेंद पर हवा में शॉट खेला। बल्लेबाज का लक्ष्य इन-फील्ड को पार करते हुए बाउंड्री हासिल करने का था। मगर वह सही टाइमिंग से शॉट नहीं लगा पाए और डीप एक्स्ट्रा कवर में मिचेल सैंटनर ने उनका कैच लपक लिया। हालांकि, पांड्या ने उमेश के साथ जो साझेदारी की और भारत को लक्ष्य के बेहद करीब पहुंचाया, उस पर कप्तान का ध्यान जरुर गया। धोनी ने कहा, 'अगर आप देखे तो कुछ साझेदारियां हुई, लेकिन हमने नियमित अंतराल में विकेट गंवाए। जब आप इस तरह के स्कोर का पीछा करते हैं तो सोचते हैं कि विकेट सुरक्षित रखे क्योंकि रन आ रहे हैं। अगर आपको अंत में 6 या 7 रन प्रति ओवर से रन बनाने की भी जरुरत पड़े तो आप इसे आसानी से हासिल कर सकते हैं। मगर हमारी परेशानी नियमित अंतराल में विकेट गंवाना रही। 41वें ओवर में तो हमने अक्षर पटेल व अमित मिश्रा के रूप में दो विकेट गंवा दिए।' भारतीय कप्तान ने साथ ही कहा, 'मेरे ख्याल से अगर कोई बल्लेबाज अपना 10 प्रतिशत अधिक दे देता तो हम मैच जीत जाते। इसलिए यहां पूरी बल्लेबाजी इकाई की गलती है। हां, अगर आप एक या दो विकेट गंवा देते हैं तो फिर आपके रन बनाने की गति में भी एक हद तक गिरावट आ जाती है। ' भारत और न्यूजीलैंड के बीच सीरीज का तीसरा वन-डे मोहाली में रविवार को खेला जाएगा।