न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वन-डे में टेस्ट सीरीज का दबदबा कायम रखना चाहेगी टीम इंडिया

महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व वाली भारतीय टीम का इरादा रविवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ धर्मशाला में होने वाले पहले वन-डे में टेस्ट सीरीज के दबदबे को बरकरार रखने का होगा। भारतीय टीम ने टेस्ट सीरीज में कीवी टीम का 3-0 से सफाया किया था और अब वह वन-डे में भी वही धमाल करना चाहेगी। यह वन-डे भारत के लिए काफी खास भी है क्योंकि वह 900वां अंतर्राष्ट्रीय वन-डे मैच खेलने जा रहा है, माही सेना का इरादा इस मैच को जीतकर विशेष मौका बनाने का होगा। भारतीय टीम साथ ही यह मैच जीतकर वन-डे के लिए अपनी लय हासिल करना चाहेगी। हालांकि वन-डे सीरीज के लिए भारतीय टीम ने कई प्रमुख खिलाड़ियों को आराम दिया है, लेकिन उसके पास ऐसे दिग्गज खिलाड़ियों की उपलब्धता है जो अपने दम पर बाजी पलटने के लिए मशहूर हैं। भारतीय टीम में युवा चेहरों की भरमार है जो चमत्कारिक कप्तान एमएस धोनी की मौजूदगी में उम्दा प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं। आईसीसी वन-डे रैंकिंग में फिलहाल न्यूजीलैंड 113 अंकों के साथ तीसरे जबकि भारत 110 अंकों के साथ चौथे स्थान पर है। भारत को रैंकिंग में तीसरे स्थान पर पहुंचने के लिए पांच मैचों की यह सीरीज 4-1 से अपने नाम करनी होगी। न्यूजीलैंड कभी भी भारत में द्विपक्षीय वन-डे सीरीज नहीं जीत सकी है। इससे पहले इनके बीच भारत में चार सीरीज (1988, 1995, 1999, 2010) हो चुकी है और चारों बार मेजबान टीम ने बाजी मारी। पिछली बार तो 2010 में कई नियमित खिलाडि़यों की अनुपस्थिति में गौतम गंभीर ने टीम की कमान संभाली थी और भारत ने 5 मैचों की सीरीज में कीवी टीम का सफाया किया था। महेंद्रसिंह धोनी को इस सीरीज में तीन प्रमुख खिलाड़ियों रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और मोहम्मद शमी की कमी खलेगी क्योंकि तीनों को आराम दिया गया है। टेस्ट सीरीज के मैन ऑफ द सीरीज अश्विन की अनुपस्थिति में ऑफ स्पिनर जयंत यादव, अक्षर पटेल और धवल कुलकर्णी को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला है। हार्दिक पांड्या की टीम में वापसी हुई है। इंदौर टेस्ट के दोहरे शतक की वजह से विराट कोहली लय में होंगे जबकि कप्तान धोनी को भी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। अनुभवी सुरेश रैना बीमारी की वजह से पहले मैच में नहीं खेल पाएंगे जबकि शिखर धवन चोटिल हैं। वहीं कीवी टीम के कप्तान केन विलियमसन पर टेस्ट सीरीज में सफाए के बाद टीम के मनोबल को बढ़ाने की सबसे बड़ी चुनौती होगी। हालांकि टीम के प्रमुख गेंदबाज टिम साउदी की वापसी से टीम को मजबूती मिलेगी। ऑलराउंडर कोरी एंडरसन की भी टीम में वापसी हुई है, लेकिन वे इस सीरीज में विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में खेलेंगे। साउदी टखने की चोट के चलते भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में नहीं खेल पाए थे, जबकि एंडरसन पीठ दर्द की वजह से छह महीनों से मैदान से दूर थे। मार्टिन गप्टिल भले ही टेस्ट सीरीज में असफल रहे हो, लेकिन इस प्रारूप में वो बहुत खतरनाक बल्लेबाज है। रॉस टेलर को भी महत्वपूर्ण योगदान देना होगा। संभावित टीमें भारत : रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, विराट कोहली, मनीष पांडे, केदार जाधव, महेंद्रसिंह धोनी (कप्तान), हार्दिक पांड्या, मनदीप सिंह, जयंत यादव, अक्षर पटेल, अमित मिश्रा, धवल कुलकर्णी, जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव। न्यूजीलैंड : मार्टिन गप्टिल, टॉम लैथम, रॉस टेलर, केन विलियमसन (कप्तान), कोरी एंडरसन, एंटोन डेवसिच, जिमी नीशम, ल्युक रोंकी, बीजे वॉटलिंग, मिचेल सांटनर, टिम साउदी, ट्रेंट बोल्ट, इश सोढ़ी, मैट हेनरी, डग ब्रैसवेल।