भारतीय क्रिकेट टीम के दक्षिण अफ्रीका के दौरे की शुरुआत खराब थी, क्योंकि वह पहले दो टेस्ट हार गए थे। हालांकि, टीम ने श्रृंखला के अंतिम टेस्ट में शानदार वापसी की और एकदिवसीय श्रृंखला में यह सिलसिला जारी रखा। स्पिन गेंदबाजों ने चोटों से ग्रस्त दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजी क्रम के चारों ओर एक जाल बुना है। भारत ने 6 मैचों की श्रृंखला में 3-0 की बढ़त हासिल कर ली है और यह टीम को ऐसे खिलाड़ियों को आजमाने का एक शानदार अवसर है जो बेंच पर बैठे हैं।
#3 मोहम्मद शमी
मोहम्मद शमी ने भारत के लिए एक आखिरी बार एकदिवसीय मैच पिछले साल सितंबर 2017 में खेला था और 2015 के पिछले विश्व कप से सिर्फ 3 एकदिवसीय मैच में खेले हैं। वह विश्व कप में भारतीय टीम के लिए स्टार गेंदबाज थे। वह धीरे-धीरे अपनी फिटनेस तब से हासिल कर चुके है और अब अच्छी लय में लग रहे हैं। शमी की जगह पर भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह ने कब्जा कर लिया है, क्योंकि उनकी अनुपस्थिति में वे शानदार प्रदर्शन करते रहे हैं। बुमराह और भुवनेश्वर दोनों ने ही इंग्लैंड में 2019 के विश्व कप के लिए अपने स्थान को मजबूत किया है। हालांकि, वहाँ सिमिंग विकेटों के कारण तीसरे तेज़ गेंदबाज के लिए एक जगह खाली है। दक्षिण अफ्रीका के टेस्ट मैचों में इस तेज गेंदबाज ने शानदार प्रदर्शन किया। एकदिवसीय में उनके नाम एक शानदार रिकॉर्ड बना हुआ है, जहाँ 50 मैचों में 26 के शानदार औसत से उन्होंने 91 विकेट लिए थे। उन्हें क्रिकेट के इतिहास में 100 विकेट लेने वाले सबसे तेज गेंदबाज बनने का अवसर मिला है। शमी भारत की विश्व कप 2019 की योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और इस श्रृंखला में 3-0 से बढ़त ने कोहली को उनके फॉर्म और फिटनेस के स्तर का परीक्षण करने के लिए एक आदर्श अवसर दिया है, साथ ही खेल के सभी स्वरूपों में लगातार गेंदबाजी करने वाले गेंदबाजों को आराम भी मिलेगा।
#2 दिनेश कार्तिक
दिनेश कार्तिक को 2017 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए 3 साल के लंबे अंतराल के बाद भारतीय टीम में वापस लाया गया था, जहां उन्हें टूर्नामेंट के वार्मअप मैच में एक शतक जमाने के बावजूद बेंच पर बिठाया गया था। एक बल्लेबाज़ के रूप में वापसी के बाद से, उन्होंने 8 मैचों में खेले हैं और उन्होंने 61 की शानदार औसत से 183 रन बनाये हैं जिसमें दो अर्धशतक शामिल हैं। वह अपने वापसी के दौरान बहुत प्रभावशाली दिख रहे थे और तमिलनाडु के लिए शानदार ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे। भारत के मध्य क्रम में दो स्थान हैं, जो कि किसी भी बल्लेबाज ने नहीं भरा है। कार्तिक ने उन जगहों पर काफी अच्छा प्रदर्शन भी किया है लेकिन असंगत टीम चयन से लगातार निराश ही होते रहे हैं। यह समय है कि उन्हें उनकी क्षमता साबित करने के लिए लंबे समय दिया जाने का और अपने स्थान को मजबूत करने का अवसर देने का।
#1 श्रेयस अय्यर
श्रेयस अय्यर ने श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला में भारतीय टीम के लिए अपना पहला मैच खेल करियर की शुरुआत की और श्रृंखला में कोहली के विश्राम चलते उन्हें नंबर 3 पर खेलने को मिला। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले तीन एकदिवसीय मैचों में उन्हें नहीं चुना गया क्योंकि कोहली टीम में वापस आ गये थे। भारत ने पहले ही श्रृंखला में अच्छी बढ़त बना ली है और इससे टीम प्रबंधन को शेष मैचों में अय्यर को आजमाने का अवसर मिलता है। वह श्रीलंका के खिलाफ बेहद प्रभावशाली लगे थे, जिसमें उन्होंने 3 मैचों में 2 अर्धशतक जमाए थे। घरेलू क्रिकेट में उनके पास एक प्रभावशाली ट्रैक रिकॉर्ड है और विश्व कप की टीम में खेलने की क्षमता है। यह श्रृंखला विदेशी परिस्थितियों में इस खिलाड़ी को आजमाने का सबसे अच्छा मौका हो सकती है। लेखक: वरुण देवनाथन अनुवादक: राहुल पांडे