भारतीय टीम ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में रविवार को दक्षिण अफ्रीका को एकतरफा मैच में 72 गेंदे शेष रहते 8 विकेट से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। अब 15 जून को बर्मिंघम में भारतीय टीम का सेमीफाइनल में बांग्लादेश से मुकाबला होगा। दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी की और उसकी टीम 44.3 ओवर में 191 रन पर ऑलआउट हो गई। जवाब में भारत ने 38 ओवर में दो विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। युवराज सिंह ने डुमिनी की गेंद पर मिड विकेट की दिशा में विजयी छक्का जमाया। मैच में 8 ओवर में 28 रन देकर दो विकेट चटकाने वाले भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया। 192 रन के आसान लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत गड़बड़ा गई। मोर्ने मोर्केल ने रोहित शर्मा (12) को विकेटकीपर क्विंटन डी कॉक के हाथों की शोभा बनाया। इसके बाद शिखर धवन और विराट कोहली (76*) ने 128 रन की शतकीय साझेदारी करके भारतीय टीम को जीत सुनिश्चित की। शिखर धवन ने मौजूदा टूर्नामेंट में लगातार तीसरा बड़ा स्कोर बनाया। उन्होंने टूर्नामेंट में अब तक 68, 125 और आज 78 रन की पारी खेली। धवन ने जैसे ही 32वां रन पूरा किया वैसे ही वो आईसीसी वन-डे टूर्नामेंट में 1,000 रन पूरे करने वाले छठें भारतीय बल्लेबाज बने। धवन और विराट ने दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और मैदान के चारों कोनों में शॉट घुमाए। विराट और धवन ने कुछ बहुत ही आकर्षक शॉट खेले, जो क्रिकेट फैंस के दिलों में जरुर बस गए होंगे। विराट ने कप्तानी पारी खेलते हुए 101 गेंदों में 7 चौके व 1 छक्के की मदद से नाबाद 76 रन बनाए। भारत जब जीत के करीब था तब शिखर धवन आउट हुए। उन्हें ताहिर ने डू प्लेसी के हाथों की शोभा बनाया। इसके बाद कोहली और युवराज सिंह (23*) ने भारत को जीत दिलाकर ही दम लिया। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से मोर्ने मोर्केल और इमरान ताहिर को एक-एक सफलता मिली। यह भी पढ़ें : भारत के खिलाफ हास्यास्पद अंदाज में रनआउट हुए डेविड मिलर इससे पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर दक्षिण अफ्रीका को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। हाशिम अमला (35) और क्विंटन डी कॉक (53) ने पहले विकेट के लिए 76 रन जोड़कर टीम को शानदार शुरुआत दिलाई। भारत को अश्विन ने पहली सफलता दिलाई, उन्होंने हाशिम अमला को धोनी के हाथों विकेट के पीछे कैच कराकर इस साझेदारी को तोड़ा। अमला के आउट होने के बाद फाफ डू प्लेसी बल्लेबाजी के लिए आये, उन्होंने डी कॉक के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 40 रन जोड़े। इस दौरान डी कॉक ने अपना 15वां वन-डे अर्धशतक भी पूरा किया। फिफ्टी पूरी करने के बाद डी कॉक ने तेजी से खेलने के प्रयास में जडेजा की गेंद को स्वीप करते हुए 53 के निजी स्कोर पर बोल्ड ओ गए। तब टीम का कुल स्कोर इस समय 116 रन था। इसके बाद बल्लेबाजी के लिए कप्तान एबी डीविलियर्स (16) आए, उन्होंने कुछ आकर्षक शॉट लगाए, लेकिन वे बड़ी पारी खेलने में असमर्थ रहे। उन्हें पॉइंट पर खड़े हार्दिक पांड्या और धोनी ने संयुक्त प्रयास से रनआउट किया। इसके बाद फाफ डू प्लेसी के साथ तालमेल की कमी के चलते डेविड मिलर भी 1 रन के निजी स्कोर पर बुमराह के थ्रो पर रनआउट होकर पवेलियन चले गए। कुछ समय बाद डू प्लेसी (36) भी हार्दिक पांड्या की गेंद पर प्लेडऑन होकर वापस चले गए। क्रिस मॉरिस को भुवनेश्वर कुमार ने 4 रन के निजी योग पर पवेलियन भेजा, तो दूसरी तरफ बुमराह ने भी आंदिल फेंलुकवायो को 4 के निजी स्कोर पर पगबाधा आउट कर दिया। भुवनेश्वर कुमार ने निचले क्रम के बल्लेबाजों में कगिसो रबाडा और मोर्ने मोर्कल को क्रमशः 5 और शून्य पर चलता किया, वहीं इमरान ताहिर अंतिम बल्लेबाज के रूप में 1 रन बनाकर कोहली द्वारा रनआउट हो गए। भारत की तरफ से भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह ने दो-दो जबकि आर अश्विन, हार्दिक पांड्या और रविंद्र जडेजा ने एक-एक विकेट लिया।