श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज का पहला मैच 16 नवम्बर को खेला जाना है और भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने तैयारी के लिहाज से खुद को पूरी तरह नेट अभ्यास में झोंक दिया है। खबरों के अनुसार कोहली छोटी गेंदों के खिलाफ काफी ज्यादा अभ्यास करते दिखे हैं, इसके अलावा स्पिनरों से मुकाबला करने के लिए उन्होंने रिवर्स स्वीप का भी कड़ा अभ्यास कर रहे हैं। इसमें एक ख़ास बात यह देखने को मिली कि कोहली अभ्यास सत्र में छोटे हैंडल के बल्ले से खेल रहे थे।
भारतीय कप्तान को ऑफ़ स्टंप से बाहर जाती हुई फुल गेंद पर काफी परेशान होते हुए देखा गया है और इस क्षेत्र में गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर स्लिप और कीपर के हाथों में समा जाती है। यही कारण है कि कोहली ने इस प्रकार की गेंदों के खिलाफ भी रणनीति बनाई है।
छोटी गेंद के हैंडल से ग्रिप उन्हें बॉडी के दूर से ड्राइव खेलने में सहायता प्रदान करेगा। उन्होंने बंगाल क्रिकेट के सदस्यों को बुलाया और बल्ले का ऊपरी भाग काटने के लिए कहा। इसके बाद उन्होंने इस तरह का अभ्यास शुरू कर दिया।
गौरतलब है कि 2014 के इंग्लैंड दौरे पर भारतीय कप्तान को ऑफ़ स्टंप्स से बाहर आगे फेंकी हुई गेंदों ने ख़ासा परेशान किया था और कोहली लगातर इस तरह की गेंदों पर आउट होते रहे। इसके बाद बाकी टीमों ने भी उनके खिलाफ इस क्षेत्र में रणनिति बनाना शुरू कर दिया और इस तरह की गेंदबाजी को प्रमुखता देने लगे।
विराट कोहली के इस तरह के अभ्यास का क्या परिणाम होगा और उन्हें इससे कैसा लाभ मिलेगा यह आने वाला समय ही बता पाएगा। भारतीय टीम और कप्तान दोनों ही इस समय काफी अच्छी फॉर्म में चल रहे हैं। हाल ही में श्रीलंका को उन्ही की धरती पर भारत ने टेस्ट और वन-डे के अलावा टी20 में भी हराया है।