भारत और श्रीलंका के बीच जारी टेस्ट सीरीज़ अब आख़िरी पड़ाव की तरफ़ पहुंच चुकी है, जहां शनिवार से दिल्ली के फ़िरोज़ शाह कोटला में खेला जाएगा तीसरा और अंतिम टेस्ट मैच। कोलकाता में ड्रॉ और नागपुर में पारी की जीत के बाद 1-0 से अजेय बढ़त के साथ कोहली की विराट सेना अब अपने ही घर में दहाड़ने को तैयार है। भारत का इस साल ये आख़िरी टेस्ट मैच होगा, लिहाज़ा कोहली एंड कंपनी 2017 के बेहतरीन टेस्ट रिकॉर्ड को जीत के साथ ख़त्म कर और भी शानदार बनाना चाहेगी। दक्षिण अफ़्रीका दौरे से पहले टेस्ट प्रैक्टिस का आख़िरी मौक़ा टेस्ट सीरीज़ के बाद वैसे तो टीम इंडिया को वनडे और टी20 की 3-3 मैचों की सीरीज़ अभी खेलनी है, लेकिन प्रोटियाज़ दौरे से पहले कोहली ज़रूर चाहेंगे कि दिल्ली टेस्ट को एक शानदार प्रैक्टिस के तौर पर लिया जाए। लिहाज़ा इस टेस्ट मैच में भी कुछ बदलाव की पूरी उम्मीद होगी और साथ ही कुछ खिलाड़ियों की नज़र अपनी लय को वापस लाने पर भी होगी। उदाहरण के तौर पर अब तक फ़ॉर्म से जूझ रहे टीम इंडिया के उप-कप्तान और मध्यक्रम के अहम बल्लेबाज़ अजिंक्य रहाणे के पास टेस्ट में बेस्ट दिखाने का मौक़ा होगा। रहाणे के लिए एक अच्छी बात ये है कि आख़िरी बार जब वह इस मैदान पर टेस्ट मैच खेलने उतरे थे, तो उन्होंने दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ दोनों ही पारियों में शतक (127 और 100*) जड़ा था। लिहाज़ा प्रोचियाज़ दौरे से पहले अपनी उन यादों की आधी ही झलक अगर रहाणे ने दिखा दी, तो कोहली की ये भी परेशानी दूर हो जाएगी। दिल्ली में फिर बदलेंगे सलामी जोड़ीदार ? नागपुर टेस्ट से शिखर धवन ने ख़ुद को बाहर रखा था क्योंकि उस दौरान धवन की बहन की शादी थी। जिसका फ़ायदा मुरली विजय ने शानदार तौर पर उठाया था, धवन की जगह मिले मौक़े को उन्होंने शतक में तब्दील करते हुए ये पक्का कर दिया कि दिल्ली टेस्ट में उनकी जगह पक्की है। विजय के इस शतक ने कोहली की चिंता बढ़ा दी है, देखना दिलचस्प होगा कि धवन अपने ही घर यानी दिल्ली में खेलते हैं या फिर बाहर बैठते हैं। हालांकि अगर उन्हें टीम में शामिल किया गया तो फिर उसके लिए के एल राहुल को बाहर बैठना पड़ सकता है जो नागपुर टेस्ट में फ़्लॉप रहे थे। लेकिन सिर्फ़ एक पारी में नाकाम होने से उन्हें टीम से बाहर करना भी कहीं से जायज़ नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि उससे पहले राहुल ने 9 पारियों में 8 बार 50 या उससे ज़्यादा का स्कोर किया था। पर जब सलामी बल्लेबाज़ी में इस तरह की बेहतरीन प्रतिस्पर्धा हो तो किसी एक को तो बाहर बैठना ही होगा फिर चाहे वह शिखर हों या फिर राहुल। कोटला में भी 4 गेंदबाज़ ही करेंगे कमाल ? नागपुर टेस्ट में क़रीब एक साल बाद रोहित शर्मा को प्लेइंग-XI में शामिल किया गया था और जिस अंदाज़ में उन्होंने नाबाद शतक जड़ा उससे दिल्ली में भी उनका खेलना तय है। यानी एक बार फिर इस टेस्ट में कोहली 4 गेंदबाज़ के साथ ही जाते नज़र आएंगे, नागपुर में तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी फ़िट नहीं थे इसलिए उनकी जगह इशांत को मौक़ा मिला था और उन्होंने भी इस मौक़े का पूरा फ़ायदा उठाया था और मैच में 5 विकेट झटके थे। अगर शमी इस मैच के लिए फ़िट हो जाते हैं तो कोहली के लिए एक और समस्या ये रहेगी कि उन्हें किसकी जगह लाया जाए। ऐसे में शमी के लिए तेज़ गेंदबाज़ उमेश यादव को बाहर बैठना पड़ सकता है या फिर कोहली प्रोटियाज़ दौरे से पहले शमी को लेकर कोई जोखिम न उठाना ही बेहतर समझेंगे और उन्हें आराम ही करने देंगे। आख़िरी दांव में खलेगी रंगना हेराथ की कमी नागपुर टेस्ट के दौरान श्रीलंका के दिग्गज स्पिनर रंगना हेराथ की पीठ में दर्द उठ गया था और अब वह टीम के साथ नहीं हैं। कोटला की पिच आमूमन स्पिनरों के लिए जन्नत होती है, ऐसे में हेराथ की कमी इस टेस्ट में मेहमानों को ज़रूर खलने वाली है। हेराथ की जगह इस मैच में उम्मीद है कि चाइनामैन गेंदबाज़ लक्षण संडाकन को मौक़ा मिलना तय माना जा रहा है, जो एक सरप्राइज़ पैकेज भी हो सकते हैं। पिच का पेंच और मौसम का मिज़ाज विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री ने पहले ही ये साफ़ कर दिया है कि दक्षिण अफ़्रीकी दौरे से पहले वह हर पिच पर घास चाहते हैं, जो हमने कोलकाता में भी देखी और कुछ हद तक नागपुर में भी। हालांकि नागपुर के सूखे मौसम की वजह से घास से ज़्यादा फ़ायदा तेज़ गेंदबाज़ों को नहीं मिल पाया। लेकिन दिल्ली में पिच पर घास हर दिन पहले सत्र में असर कर सकती है क्योंकि ठंड शुरू हो चुकी है और सुबह के समय आसमान में कोहरे भी रहेंगे ऐसे में पिच पर मौजूद घास और नमी तेज़ गेंदबाज़ों को ज़रूर मदद देगी। दोनों ही टीमों की संभावित प्लेइंग-XI पर एक नज़र भारत संभावित-XI: मुरली विजय, शिखर धवन/के एल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, ऋद्धिमान साहा, आर अश्विन, आर जडेजा, उमेश यादव/मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा श्रीलंका संभावित-XI: दिमुथ करुणारत्ने, सदीरा समाराविक्रमा, लहिरु थिरिमने, एंजेलो मैथ्यूज़, दिनेश चांडीमल, निरोशन डिकवेला, दशुन शनाका, दिलरुवान परेरा, लक्षण संडाकन, सुरंगा लकमल और लहिरु गमागे