आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में गुरुवार को खेले गए मुकाबले में श्रीलंका ने भारत को 7 विकेटों से हराकर टूर्नामेंट में महत्वपूर्ण अंक हासिल किए, वहीँ भारत की तरफ से शानदार शतक जमाने वाले शिखर धवन की मेहनत पर श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने पानी फेर दिया। श्रीलंका के बल्लेबाजों ने टीम इंडिया के गेंदबाजों की जमकर पिटाई लगाई और अपनी टीम को मैच में शानदार जीत दिलाई। इससे पहले श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने टॉस जीतकर भारतीय टीम को पहले बल्लेबाज़ी के लिए आमंत्रित किया, जिसके बाद भारत के दोनों ही सलामी बल्लेबाजों ने अपनी टीम को ठोस शुरुआत दिलाई। टीम इंडिया के दोनों ही सलामी बल्लेबाजों ने टीम के स्कोर को 100 के पार पहुंचाया, रोहित शर्मा (78) ने अपनी टीम के लिए शानदार पारी खेली। उनको तेज़ गेंदबाज़ लसिथ मलिंगा ने अपना शिकार बनाया। रोहित शर्मा ने आउट होने से पहले विपक्षी टीम के गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हुए उनकी गेंदों को बहुत बार सीमा रेखा के पार पहुंचाया। रोहित ने अपनी पारी में 6 चौके और 2 गगनचुम्बी छक्के जमाए। दूसरी तरफ टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज़ शिखर धवन ने अपनी बेहतरीन फॉर्म का नज़ारा पेश करते हुए लाजवाब शतक पूरा किया, आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी इतिहास में यह उनका तीसरा शतक है। शिखर धवन ने 128 गेंदों में 125 रन बनाए, जिसमें उन्होंने 15 चौके और एक छक्का जमाया। उनको लसिथ मलिंगा ने कुसल मेंडिस के हाथों की शोभा बनाया। शिखर धवन एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट इतिहास में सबसे कम (77 पारियों) में 10 शतक जमाने वाले तीसरे बल्लेबाज़ भी बन गए हैं। उनसे आगे दक्षिण अफ्रीका के हाशिम अमला (57 पारी) और डी कॉक (55 पारी) हैं। आज शिखर धवन ने रोहित शर्मा के साथ मिलकर किसी भी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में चौथी बार शतकीय साझेदारी निभाई है। आपको बता दें कि शिखर धवन आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे तेज़ 500 रन पूरे करने वाले बल्लेबाज़ भी बन गए हैं। इस कारनामे को पूरा करने के लिए उन्होंने 7 पारियों का सहारा लिया है। श्रीलंकाई गेंदबाजों ने शानदार वापसी करते हुए भारतीय गेंदबाजों के सामने सटीक लाइन लेंग्थ के साथ गेंदबाज़ी की, जिसकी बदौलत भारतीय कप्तान विराट कोहली (0) बिना खाता खोले वापस पवेलियन पहुँच गए। उनको नुवान प्रदीप ने अपना शिकार बनाया। उसके बाद बल्लेबाजी करने उतरे युवराज सिंह (7) भी कुछ ख़ास नहीं कर सके और सस्ते में ही पवेलियन लौट गए। उनको एसेला गुनारत्ने ने बोल्ड किया, लेकिन बल्लेबाजी करने उतरे महेंद्र सिंह धोनी ने आते के साथ ही आक्रामक शॉट्स खेलकर मैदान में मौजूद दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। उन्होंने लम्बे छक्के के साथ अपना खता खोला। महेंद्र सिंह धोनी (63) ने भी श्रीलंकाई गेंदबाजों की जमकर पिटाई करते हुए खूबसूरत अर्धशतकीय पारी खेली, उन्होंने अपनी इस तूफानी पारी में 7 चौके और 2 छक्के जमाए। हार्दिक पांड्या (9) भी अपनी टीम के लिए कुछ ख़ास नहीं कर सके और एक छक्का ज़माने के बाद सुरंगा लकमल का शिकार बने। केदार जाधव (25*) ने भी अपनी टीम के लिए अहम योगदान दिया। श्रीलंका की तरफ से लसिथ मलिंगा को 2 तथा सुरंगा लकमल, नुवान प्रदीप, एसेला गुनारत्ने और थिसारा परेरा को 1-1 विकेट मिला। भारत के 322 रनों के लक्ष्य के जावाब में श्रीलंका की शुरुआत अच्छी नहीं रही। टीम इंडिया के तेज़ गेंदबाज़ भुवनेश्वर कुमार ने निरोशन डिकवेला (7) को रविन्द्र जडेजा के हाथों कैच कराकर श्रीलंका को पहला झटका दिया। इसके बाद कुसल मेंडिस (89) और दनुश्का गुनाथिलका (76) ने खेलीं अर्धशतकीय पारियां, जहां दोनों ही खिलाड़ी रन आउट हुए। इन दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 159 रनों की अहम साझेदारी निभाई। कुसल परेरा (47) ने भी रिटायर हर्ट होने से पहले अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण पारी खेली। श्रीलंकाई कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (52*) ने भी अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। भारत की तरफ से सिर्फ भुवनेश्वर कुमार को ही एक सफलता प्राप्त हुई। उनके अलावा कोई भी अन्य गेंदबाज़ विकेट हासिल नहीं कर सका।