भारतीय टेस्ट टीम के सलामी बल्लेबाज़ लोकेश राहुल ने अपनी वापसी को लेकर प्रतिक्रिया ज़ाहिर की है। अभ्यास मैच में श्रीलंका बोर्ड अध्यक्ष एकादश के खिलाफ 54 रन की शानदार अर्धशतकीय पारी खेलने वाले लोकेश राहुल ने हाल ही में चोट से उभरने के बाद भारत की टेस्ट टीम में वापसी की है। राहुल के अनुसार उनकी चोट काफी गंभीर थी और उससे उभरने में उन्हें काफी दिक्कत आ रही थी, वहीँ उन्होंने रिहैब को काफी बोरिंग भी बताया। दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज़ ने एक प्रेसवार्ता में कहा, "रिहैब में रहते हुए मुझे बहुत बोरियत महसूस हुई। मुझे रोजाना सुबह सवेरा उठाना होता था और एक ही चीज़ को रोजाना दोहराना होता था, जब आप एक ही काम को हर रोज़ करते हैं, तब आप खुद ही बोरियत महसूस करने लगते हैं। सही मायने में मेरी चोट काफी गंभीर थी और इससे उभरने में मुझे काफी दिक्कत आई।" उन्होंने कहा, "यह मेरे लिए काफी चुनौतीपूर्ण था. मुझे रोजाना सुबह सवेरा उठकर जिम जाना होता था।" इसके बाद उन्होंने कहा, "यह खिलाड़ी की ज़िन्दगी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। ऐसी चोट एक युवा खिलाड़ी के लिए काफी परेशान करने वाली होती है। मैं अपने क्रिकेट करियर में 2-3 बार चोटिल हो चुका हूँ।" याद हो कि लोकेश राहुल रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाड़ी हैं भी है, जो चोट के कारण आईपीएल 2017 में नहीं खेल सके थे। इसके बाद वो आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में भी टीम इंडिया का हिस्सा नहीं हो पाए थे, लेकिन अब उन्होंने शानदार वापसी की है। 25 वर्षीय सलामी बल्लेबाज़ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान पहले टेस्ट मैच में चोटिल हो गए थे, जिसके बाद वो टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे। लोकेश राहुल ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर बनने में धीमी प्रगति की, लेकिन अब वो विराट कोहली की टीम के नियमित सदस्य बन चुके हैं। वह क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में सबसे जल्दी शतक बनाने वाले बल्लेबाज भी बन गए हैं। उन्होंने सिर्फ 20 पारियों में तीनों प्रारूपों में शतक ठोंके हैं।