अजित वाडेकर ने विराट कोहली की कप्तानी के तारीफों के पुल बांधे

विराट कोहली के प्रतिस्पर्धी बल्लेबाज से लेकर क्षमतावान कप्तान बनने के बारे में काफी कुछ कहा जा चुका है। पूर्व भारतीय कप्तान अजित वाडेकर भी विराट की बल्लेबाजी और कप्तानी की तारीफ करने वालों सूची में शामिल हो गए हैं। भारत को वेस्टइंडीज और इंग्लैंड में पहली बार टेस्ट सीरीज जिताने वाले कप्तान वाडेकर ने विराट की तारीफों के पुल बांधे हैं। 70 वर्षीय वाडेकर ने द टेलीग्राफ को दिए इंटरव्यू में कहा, 'एक अच्छे कप्तान को अपनी टीम की सीमाओं की हौसलाअफजाई करते आना चाहिए। विदेश में शानदार सीरीज जीत दर्ज करके कोहली ने आलोचकों को शांत कर दिया है और यह साबित किया है कि उनमें नेतृत्व की बेहतर क्षमता है।' विराट की शांत और योजनाबद्ध नीति महान क्रिकेटर का ध्यान खीचने से नहीं चूकी। वाडेकर ने कहा, 'आपको उन गेंदबाजों की जरुरत होती है जो 20 विकेट निकाल सके। साथ ही ऐसे कप्तान की भी जरुरत होती है जो अपने आक्रमण को समझे और गेंदबाजों का हौसला बढ़ाए। विराट को इस बात का श्रेय जाता है कि उन्होंने नई गेंद से गेंदबाजी करने वाले तेज गेंदबाजों और स्पिनरों का अच्छे से उपयोग किया। टीम के मजबूत पक्ष को समझना आसान है, लेकिन चुनौती होती है सीमाओं को जानकर सभी पक्षों में नीति में परिवर्तन करना।' वाडेकर ने साथ ही मौजूदा भारतीय टीम के साथ अपने समय वाली टीम की तुलना की। उन्होंने अपने अनुभव और कोहली की कप्तानी का भी अच्छा विश्लेषण करते हुए प्रमुख बात बताई। 45 वर्ष पूर्व भारत की ऐतिहासिक जीत के बारे में पूछने पर वाडेकर ने कहा, 'उस सीरीज में सुनील गावस्कर ने अंतर बना दिया था।' बता दें कि गावस्कर ने उस सीरीज में 154.8 की औसत से 774 रन बनाए थे। वाडेकर ने कहा, 'वह हमारी योजना थी। हमारी योजना विरोधी टीम की मजबूती और कमजोरी को समझकर उस हिसाब से खेल खेलने की थी। मगर वह बीते जमाने की बात हो गई है।' उन्होंने आगे कहा, 'नीति वह है, जिससे भारत को अभी मदद मिल रही है और विराट कोहली उसमें प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं। मुझे लगता है कि विराट अब खेल को अच्छे से समझने लगे हैं और उनमें सीखने की भी काफी ललक है। वह जैसे-जैसे आगे जाएंगे, वैसे उनमें और निखार आता जाएगा।' वाडेकर ने इसके साथ ही टीम इंडिया को वेस्टइंडीज में सीरीज जीतने पर भी बधाई दी। उन्होंने कहा, 'वेस्टइंडीज में सीरीज जीतने वाली भारतीय टीम को शुभकामना देता हूं। दोनों ही जीत शानदार थी और इसमें विशेष तौर पर विराट का नाम लेना चाहूंगा, जिन्होंने अपने गेंदबाजी आक्रमण को अच्छे से संभाला।'