भारतीय टीम सात महीने बाद अपना पहला टेस्ट मैच खेलेगी, जहां उनके सामने होगी वेस्टइंडीज की टीम, यह मुक़ाबला खेला जाएगा एंटीगा के सर विवियन रिचर्ड क्रिकेट स्टेडियम में। भारत ने अपना पिछला टेस्ट दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दिसंबर 2015 में दिल्ली के फिरोज शाह कोटला मैदान में खेला था, जहां भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 337 रनों से हराया था।
हालांकि उसके बाद बहुत कुछ बदल चुका है। भारतीय टीम को अनिल कुंबले के रूप में नया हेड कोच मिल चुका है, इसके साथ ही विराट कोहली भी एक बल्लेबाज़ और कप्तान के रूप में काफी परिपक्व हो चुके हैं और वो टीम इंडिया को अनुभवहीन वेस्टइंडीज टीम को टेस्ट सीरीज़ में हराना चाहेंगे। भारत अगले 12 महीनों में 17 टेस्ट मैच खेलेगी।
इस बीच भारतीय टीम किस प्रकार होगी। कोहली ने अपनी मंशा साफ कर दी है कि वो 6 बल्लेबाज़ों और 5 गेंदबाजों के साथ खेलने वाले हैं, लेकिन भारतीय बैटिंग लाइन अप चुनने में उन्हें काफी दिक्कत आने वाली है।
उससे पहले स्पोर्सकीड़ा ने भी कोशिश की है और हमारी नज़र में पहले टेस्ट के लिए टीम इंडिया की संभावित इलेवन है:
1- मुरली विजय
चेन्नई के रहने वाले विजय ने टीम के ऊपरी क्रम में अपनी जगह पक्की कर रखी है। क्रिकेट के इस फॉर्मेट में उनकी फॉर्म इतनी ज़बरदस्त है कि उनका नाम तो टीम शीट में सबसे पहले आता है। उनके करियर की शुरुआत कुछ ज्यादा अच्छी नहीं रही, लेकिन उन्होंने अपने आप को टेस्ट क्रिकेट में एक ओपनर के तौर पर बहुत निखारा है। उनकी अब तक जो दो सबसे अच्छी सीरीज रही है, वो थी इंग्लैंड और ओस्ट्रेलिया के खिलाफ, वो भी उनके घर में जाकर। इंग्लैंड में तो उनका प्रदर्शन बहुत ही शानदार था, जहां एक तरफ पूरी टीम संघर्ष करती नज़र आई, तो विजय अकेले ही बिल्कुल सेट नज़र आए।
2- शिखर धवन
यह एक ऐसी सीरीज है, जिसमें 30 वर्षीय शिखर धवन पर कुछ ज्यादा ही दबाव होगा। उन्हें टीम के पूर्व निदेशक रवि शास्त्री का अच्छा साथ मिला, लेकिन वो टीम हमेशा ही उम्मीदों पर खरा नहीं उतार सके और टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने में नाकाम रहे। अब टीम के कोच अनिल कुंबले है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि शिखर अपने बल्ले से क्या कर पाते है, निश्चित ही धवन का टेस्ट करियर इस समय ढलान पर है। उन्होंने अभ्यास मैच में अर्धशतक लगाया और टीम के कप्तान विराट कोहली को उनपर पूरा भरोसा भी है, लेकिन फिर भी टीम में उनकी जगह पक्की नहीं है, क्योंकि टीम में लोकेश राहुल भी शामिल है।
अथवा
लोकेश राहुल
किस्मत इस समय 24 वर्षीय लोकेश राहुल के साथ है। अब तक खेले 5 टेस्ट में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है और उनके नाम अब तक 2 शतक भी दर्ज है और उन्होंने अपने आप को एक टेस्ट बल्लेबाज़ के रूप में साबित किया। हालांकि इस साल उनका आईपीएल में प्रदर्शन शानदार रहा और उसी के बदौलत उन्होंने इंडिया के वनडे में डैब्यू किया और अपने पहले ही मैच में शानदार शतक लगाया। उन्होंने खुद को एक भरोसेमंद बल्लेबाज़ के रुप में साबित किया है और आने वाले समय में वो टीम के ओपनर भी बनेंगे। वो भी टीम के ओपनर के प्रबल दावेदार है।
3- चेतेश्वर पुजारा
चेतेश्वर पुजारा ने अपने छोटे से टेस्ट करियर में सबको काफी प्रभावित किया है और उन्होंने सब पर अपनी छाप छोड़ी है। 32 टेस्ट में उनके नाम 2400 से ऊपर रन, 7 शतक और 7 अर्धशतक दर्ज हैं, लेकिन उनको अभी अपने आप को सीमित ओवर में साबित करना है। राजकोट के इस बल्लेबाज़ ने अपनी बल्लेबाज़ी में सुधार के लिए 2015 में काउंटी का सहारा लिया और वो टीम के लिए नंबर 3 पर खेलने के लिए सबसे उपयुक्त बल्लेबाज़ है।
4- विराट कोहली
टीम के कप्तान विराट कोहली ने पिछले कुछ महीनों में अपने अंदर ज़बरदस्त बदलाव लाए है और वो उनकी बल्लेबाज़ी और कप्तानी दोनों में नज़र भी आता है। उन्होंने इस बीच काफी रिकॉर्ड तोड़े, लेकिन इस दौरे पर उनपर दबाव भी काफी होगा, क्योंकि वो पहली बार वेस्टइंडीज में टीम की कप्तानी करेंगे। उनके अंदर जीतने का जज़्बा है और इस सीरीज में भी वहीं नज़र आने की उम्मीद भी है। यह सीरीज उनके लिए काफी अहम है। विराट 4 नंबर पर बल्लेबाज़ी करेंगे।
5- अजिंक्य रहाणे
महाराष्ट्र के रहने वाले अजिंक्य रहाणे टीम के मिडिल ऑर्डर की जान है, जब भी टीम मुश्किल में होती है वो हमेशा ही टीम के लिए अच्छा करते है। उनके करियर की शुरुआत अच्छी रही और उन्होंने अपने आखिरी टेस्ट की दोनों पारियों में शतक भी लगाया हुआ है। उनका प्रदर्शन इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में भी काफी अच्छा रहा। वो अपने आप को स्तिथि के हिसाब से ढाल लेते है और उसी के हिसाब से खेलते है। वो नंबर 5 पर टीम को संभालेंगे।
6- ऋद्धिमान साहा
4 जुलाई का दिन ऋद्धिमान साहा के लिए काफी यादगार दिन रहा, क्योंकि उसी दिन टीम के कप्तान विराट कोहली ने उनको टीम का सबसे बेस्ट विकेटकीपर बल्लेबाज़ कहा और उनपर विश्वास भी जताया। कोहली ने कहा, "विकेटकीपिंग के लिए साहा सबसे पहले तर्जी दी जाएंगी।" इस सीरीज़ में साहा पर काफी दबाव होगा, क्योंकि टीम के पास राहुल विकल्प खुला हुआ है।
7- रवींद्र जडेजा
विराट टीम में 6 बल्लेबाज़ और 5 गेंदबाज खिलाना चाहते है, तो टीम में 7वे नंबर की पॉजीशन काफी अहम हो जाती है। इस नंबर के लिए टीम के पास काफी विकल्प है, लेकिन 27 वर्षीय जडेजा के पास टीम में जगह बनाने का ज्यादा मौका है, क्योंकि उनका प्रदर्शन पिछले कुछ समय में काफी अच्छा रहा है और बल्ले के साथ भी टीम की मदद कर सकते है। वो अपनी बॉलिंग के कारण टेस्ट रेंकिंग में छटे स्थान पर है। वो टीम के लिए काफी उपयोगी है।
अथवा
भुवनेश्वर कुमार
भुवनेश्वर कुमार ने अपने प्रदर्शन में शानदार बदलाव लाए है, खासकर लिमिटिड ओवर्स के खेल में तो उन्होंने बहुत ही जबर्दस्त खेल दिखाया है। उन्हें पहले टेस्ट में टीम में जगह मिल सकती है, अगर विराट दो की जगह तीन सीमर्स के साथ मैदान में उतरना चाहे।
8- रविचंद्रन अश्विन
रवि अश्विन की हमेशा ही इस बात के लिए काफी आलोचना हुई है कि वो सिर्फ उपमहाद्वीप में ही अच्छा करते है और विदेशों में उनका रिकॉर्ड काफी खराब है, क्योंकि वहाँ कि पिच से उन्हें मदद नहीं मिलती। सौरव गांगुली ने हाल ही में वेस्ट इंडीज दौरे के लिए अश्विन को टीम का अहम हिस्सा बताया। अश्विन अब तक अपने टेस्ट करियर में 5 बार मैन ऑफ द सीरीज का खिताब जीत चुके है।
9- अमित मिश्रा
अमित मिश्रा इस समय अनिल कुंबले के कोच बनने से काफी खुश होंगे, क्योंकि कुंबले के आने से न सिर्फ यह काफी कुछ सीख सकते है, बल्कि उनके खेलने के चांस भी काफी बढ़ गए है। साउथ अफ्रीका और श्रीलंका के खिलाफ मिलें मौकों का उन्होंने पूरा फायदा उठाया और वो अब इस सीरीज में भी अच्छा करना चाहेंगे। उन्होंने पहले अभ्यास मैच में 4 विकेट भी हासिल किए थे।
10- इशांत शर्मा
इशांत शर्मा का टेस्ट करियर काफी मिश्रित रहा है। वो कभी बहुत अच्छा करते है, तो कभी हद से ज्यादा बुरा, लेकिन इस दौरे में सारे फैंस को उनसे काफी उम्मीड़दे हैं। 68 टेस्ट खेलने के बाद उनके नाम 200 विकेट है और वो अपने साथ टीम में अपना अनुभव भी लाएँगे और निश्चित ही टीम के लिए अच्छा करना चाहेंगे।
11- मोहम्म्द शमी
मोहम्मद शमी 2015 वर्ल्ड के बाद टीम में वापसी को तैयार है। इस सीरीज में आने से पहले उन्हें बीसीसीआई द्वारा अच्छा तोहफा मिला और 2015 आईपीएल न खेल पाने के कारण उन्हें 2 करोड़ का मुआवजा मिला। अब जब फिट हो गए है, तो वो अपने विरोधियों के लिए बड़ा खतरा होंगे। 25 वर्षीय खिलाड़ी का टेस्ट करियर काफी अच्छा रहा है और उन्होंने खेले 12 मैच में 47 विकेट हासिल किए है और वो इस प्रदर्शन को वेस्ट इंडीज दौरे पर दोहराना चाहेंगे।
लेखक- कौशल राज, अनुवादक- मयंक महता