पोर्ट ऑफ़ स्पेन में खराब इंतज़ाम के कारण वेस्टइंडीज़ क्रिकेट बोर्ड सवालों के घेरे में

वेस्ट इंडीज़ दौरे पर गई भारतीय टीम को 4 टेस्ट मैच की सीरीज खेलनी थी जिसके पहले तीन टेस्ट पूर्ण रूप से संपन्न हुए और भारत तीन टेस्ट मैचों में 2-0 से अजयी बढ़त बना चुका था। इस तरह से भारत ने 4 टेस्ट मैचो की सीरीज़ 2-0 से जीत हासिल कर ली, लेकिन चौथा टेस्ट मैच ड्रॉ होने की वजह से भारत के हाथ से नंबर-1 की कुर्सी खिसक गई और अब टेस्ट की नंबर-1 टीम पाकिस्तान बन गई है। पहले दिन के पहले सत्र में हुए 22 ओवर के खेल के बाद पोर्ट ऑफ़ स्पेन में दोबारा खेल नहीं हो पाया। गीला मैदान और उस पर से पोर्ट ऑफ़ स्पेन में ख़राब इंतज़ाम की वजह से क्रिकेट प्रेमियों को लगातार निराशा हाथ लगी। पोर्ट ऑफ़ स्पेन में धूप तो लगातार हुई लेकिन पहले दिन की बारिश के बाद मैदान की स्थिति इतनी बुरी हो चुकी थी, कि उससे दुरुस्त करने की कोशिशें तो ख़ूब हुईं लेकिन आउटफ़ील्ड में जगह जगह कई गढ्डे हो गए थे, और मैदान की ऊपरी परत पूरी तरह से टूट चुकी थी। सुपर सॉपर न होने की वजह से स्थिति बेहद दयनीय हो गई है। वेस्टइंडीज़ क्रिकेट बोर्ड के छेत्रीय क्यूरेटर केंट क्राफ्टर का मानना है कि पहले दिन की तगड़ी बारिश के कारण काफी पानी जम गया था जिसकी वजह से हमें काफी मेहनत करने के बाद भी चीज़ें ठीक नहीं हो पाईं। इन सब कारणों की वजह से चौथा टेस्ट मैच पूरी तरह से रद्द हो गया जिसकी वजह से पकिस्तान की टीम को फायदा पहुंचा और वो पहले पायदान पर पहुंच गई है, लेकिन वेस्टइंडीज़ क्रिकेट बोर्ड पर सवालों की झड़ी लग गई है। खराब ड्रेनेज की वजह से बोर्ड पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। भारतीय क्रिकेट टीम और उनके फैंस के लिए ये बेहद निराशाजनक है। पहले दिन भी 22 ओवर का ही खेल हो पाया था, जिसके बाद बारिश ने खेल को रोक दिया और फिर अंपायर ने पहले लंच की घोषणा कर दी। लंच तक वेस्टइंडीज़ का स्कोर दो विकेट पर 62 रन था और इसके बाद फिर खेल नहीं हो सका।