भारत के इंग्लैंड दौरे में हार्दिक पांड्या का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था और इसलिए अंतिम टेस्ट में उनकी जगह हनुमा विहारी को टीम में शामिल किया गया था। भारत के अगले 'कपिल देव' कहे जाने वाले पांड्या ने टेस्ट सीरीज़ में बल्ले और गेंद दोनों के साथ निराशाजनक प्रदर्शन किया है। उन्होंने सिर्फ तीसरे टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन करते हुए पांच विकेट लिए और कुछ महत्वपूर्ण रन बनाए थे। आंकड़ों की बात करें तो पांड्या ने अपनी 8 पारियों में 23.42 की औसत से केवल 164 रन बनाए। वहीं, गेंद के साथ उन्होंने 10 विकेट लिए और 3.84 की इकोनॉमी रेट से रन दिए। ऐसे में, उनके प्रदर्शन को देखते हुए पांड्या की जगह किसी अन्य खिलाड़ी को वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज़ में मौका दिया जा सकता है।
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