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क्रिकेट जगत एक तरह से ठहर गया था, क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने 200 टेस्ट के बाद खेल से संन्यास लेने की ठान ली। भावनाओं से सराबोर वानखेड़े स्टेडियम पर विपक्षी टीम वेस्टइंडीज ही थी। भारत ने तीन दिन के भीतर एक पारी और 126 रन से मैच जीत लिया। सचिन तेंदुलकर ने विदाई भाषण इतना भावपूर्ण अंदाज में दिया कि विश्व भर में मौजूद उनके प्रशंसकों की आंखे नम हो गई। मास्टर ब्लास्टर आखिरी बार भारतीय टीम की जर्सी में मैदान पर थे, वह जब बहार जा रहे थे तो उनकी आंखे भी नम थी और पूरा स्टेडियम सचिन...सचिन... के नारों से गूंज रहा था। भारत ने यह सीरीज 2-0 से जीती और सचिन युग का शानदार अंत हुआ।
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