वेस्टइंडीज के खिलाफ राजकोट टेस्ट के पहले दिन भारतीय टीम ने 4 विकेट पर 364 रनों का बड़ा स्कोर बनाया। कप्तान विराट कोहली 72 और ऋषभ पन्त 17 रन बनाकर नाबाद लौटे। ख़ास बात पहला टेस्ट खेल रहे पृथ्वी शॉ के शतक की रही। उन्होंने इस शतक के बाद कई रिकॉर्ड अपने नाम किये। चेतेश्वर पुजारा के साथ मिलकर पृथ्वी शॉ ने दूसरे विकेट के लिए 206 रन जोड़े।
केएल राहुल के बिना खाता खोले आउट होने के बाद डेब्यू करने वाले पृथ्वी शॉ ने मोर्चा संभाला और मैदान के चारों तरफ दर्शनीय शॉट लगाए। उनके साथ क्रीज पर चेतेश्वर पुजारा खड़े थे। दोनों ने मिलकर न केवल टीम को सहारा प्रदान किया बल्कि उत्कृष्ट बल्लेबाजी का नायाब नमूना पेश किया। शॉ ने महज 99 गेंद खेलकर अपना सैकड़ा जड़ दिया।
अन्य दिनों की तुलना में चेतेश्वर पुजारा भी लगातर शॉट खेलते रहे और स्ट्राइक रेट भी उम्दा रहा। उन्होंने 86 रन बनाए लेकिन शतक पूरा नहीं कर पाए। पृथ्वी शॉ ने 134 रनों की पारी के बाद देवेन्द्र बिशू को उनकी ही गेंद पर कैच थमा दिया। पुजारा और पृथ्वी शॉ के बाद विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे ने मोर्चा सम्भाला। रहाणे एक बार फिर शानदार शुरुआत के बाद 40 रन के निजी स्कोर पर चलते बने। विराट कोहली ने एक छोर थामे रखा और धीमी गति से बल्लेबाजी करते हुए अर्धशतक बनाया और धैर्य से खेलते रहे।
अंतिम सत्र में ऋषभ पन्त को भी बल्लेबाजी का मौका मिला और कोहली के साथ उन्होंने सूझबूझ भरी बल्लेबाजी करते हुए कोई और विकेट नहीं गिरने दिया। कोहली 72 और पन्त 17 रन बनाकर नाबाद पवेलियन लौटे। दिन भर मेहमान टीम के गेंदबाज मेहनत करते रहे और फील्डर गेंद के पीछे भागते दिखे। वेस्टइंडीज की टीम को कड़ी परीक्षा से गुजरना पड़ा।