भारत ने वेस्टइंडीज को हैदराबाद टेस्ट में 10 विकेट से हराकर दो मैचों की सीरीज पर 2-0 से कब्ज़ा कर लिया। वेस्टइंडीज की पहली पारी के 311 के जवाब में भारत ने 367 रन बनाकर 56 रनों की बढ़त हासिल की। दूसरी पारी में वेस्टइंडीज सिर्फ 127 रन बनाकर ऑल आउट हो गई और भारत ने 72 रनों के लक्ष्य को बिना विकेट खोये हासिल कर लिया। उमेश यादव को मैच में 10 विकेट लेने के लिए मैन ऑफ़ द मैच और पृथ्वी शॉ को सीरीज में 239 रन बनाने के लिए मैन ऑफ़ द सीरीज चुना गया।
आइये नज़र डालते हैं तीसरे दिन बने सभी आंकड़ों पर:
# भारत ने भारत में लगातार 10वीं टेस्ट सीरीज जीती और इस मामले में ऑस्ट्रेलिया (1994/95-2000/01 एवं 2004-2008/09) के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की। भारत ने 2013 में ऑस्ट्रेलिया को भारत में 4-0 से हराया था और उसके बाद से टीम को घर में एक भी सीरीज में हार का सामना नहीं करना पड़ा है।
# भारत ने वेस्टइंडीज को पहली बार टेस्ट क्रिकेट में 10 विकेट से हराया। इससे पिछला रिकॉर्ड 8 विकेट (चेन्नई 2002) का था। कुल मिलाकर यह टेस्ट क्रिकेट में भारत की 10 विकेट से सातवीं जीत है।
# उमेश यादव ने पहली बार टेस्ट में 10 विकेट लिए और भारत में ऐसा करने वाले सिर्फ तीसरे भारतीय तेज़ गेंदबाज बने। उमेश यादव से पहले भारत में कपिल देव (दो बार) और जवागल श्रीनाथ ने टेस्ट में 10 विकेट लिए थे।
# जेसन होल्डर ने टेस्ट क्रिकेट में पांचवीं बार और भारत के खिलाफ पहली बार पारी में 5 विकेट लिए। इसके अलावा उन्होंने पहली पारी में अर्धशतक भी लगाया था।
# ऋषभ पंत (92 एवं 92) टेस्ट क्रिकेट की लगातार दो पारियों में 90 से 100 के बीच में आउट होने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बल्लेबाज बने। उनसे पहले यह रिकॉर्ड राहुल द्रविड़ (92 एवं 93 vs श्रीलंका, 1997) ने बनाया था।
# पृथ्वी शॉ (18 साल 339 दिन) टेस्ट मैच में विजयी रन बनाने वाले सबसे युवा भारतीय और पैट कमिंस (18 साल 198 दिन) के बाद विश्व के दूसरे सबसे युवा बल्लेबाज बने।
# पृथ्वी शॉ ने पहले मैच में मैन ऑफ़ द मैच का खिताब जीतने के बाद पहली सीरीज में मैन ऑफ़ द सीरीज का ख़िताब भी जीता। पहली सीरीज में मैन ऑफ़ द सीरीज जीतने वाले अन्य खिलाड़ियों के नाम इस प्रकार हैं - सौरव गांगुली, जैक्स रुडोल्फ, स्टुअर्ट क्लार्क, अजंता मेंडिस, रविचन्द्रन अश्विन, वर्नन फिलैंडर, जेम्स पैटिंसन, रोहित शर्मा एवं मेहदी हसन।
# वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछली तीन घरेलू सीरीज में तीन भारतीय खिलाड़ियों ने डेब्यू सीरीज में मैन ऑफ़ द सीरीज का खिताब जीता। पृथ्वी शॉ से पहले 2013 में रोहित शर्मा और 2011 में रविचंद्रन अश्विन ने यह उपलब्धि हासिल की थी।