भारतीय महिला क्रिकेट टीम (India Women Cricket team) को ऑस्ट्रेलिया दौरे (Australia Women Cricket team) पर पहले दो वनडे में लगातार शिकस्त का सामना करना पड़ा है। तीन मैचों की वनडे सीरीज में भारतीय टीम 0-2 से पिछड़ चुकी है और आखिरी मुकाबला महज औपचारिकता रह गया है। हालांकि, भारतीय कप्तान मिताली राज (Mithali Raj) ने कहा कि उनकी टीम आखिरी वनडे को औपचारिक मानकर नहीं खेलेगी बल्कि जीत के लिए जोर लगाएगी।
भारतीय टीम को शुक्रवार को दूसरे वनडे में आखिरी गेंद पर 5 विकेट की शिकस्त मिली। इस मैच नो बॉल विवाद छाया रहा। मिताली राज ने मैच के बाद कहा, 'दोनों टीमों के बीच खेला गया यह शानदार मैच था। बल्लेबाजी विभाग ने शानदार काम किया। स्मृति मंधाना और रिचा घोष ने अच्छी बल्लेबाजी करके हमें 274 रन के स्कोर पर पहुंचाया।'
275 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया ने एक समय 52 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे, लेकिन मूनी ने मेजबान टीम की वापसी कराई। उन्होंने ताहिला मैक्ग्रा के साथ 126 रन और कैरी के साथ 97 रन की अविजित साझेदारी करके ऑस्ट्रेलिया महिला टीम को जीत दिलाई।
आखिरी गेंद पर हुआ विवाद
भारत और ऑस्ट्रेलिया महिला के बीच खेले गए मुकाबले में आखिरी ओवर में नो बॉल को लेकर विवाद की स्थिति बनी। झूलन गोस्वामी ने आखिरी गेंद पर कैरी को मिडविकेट में स्नेह राणा के हाथों कैच आउट करा दिया था।
मैदानी अंपायरों ने तीसरे अंपायर से जानना चाहा कि ये नो बॉल है या नहीं? कई रीप्ले के बाद इसे नो बॉल करार दिया गया। ऑस्ट्रेलिया को तब आखिरी गेंद पर जीत के लिए 3 रन चाहिए थे। नो बॉल के कारण मेजबान टीम को आखिरी गेंद पर जीत के लिए 2 रन बनाने थे। गोस्वामी ने फुल लेंथ की गेंद डाली और कैरी ने लांग ऑन की दिशा में शॉट खेलकर जरूरी रन पूरे किए व ऑस्ट्रेलिया को यादगार जीत दिलाई। यह ऑस्ट्रेलिया की लगातार 26वीं वनडे जीत रही।
मिताली राज ने कहा, 'मेरे लिए वो घबराहट वाली आखिरी गेंद थी, कुछ भी हो सकता था। हमने नो बॉल की उम्मीद नहीं की थी, लेकिन यह खेल का हिस्सा है। हम सभी हैरान थे। हम लगातार बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।'