घरेलू सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के हाथों शिकस्त झेलने के बाद बांग्लादेश के खिलाफ एशिया कप टी20 टूर्नामेंट में 2 बार हारने को लेकर भारतीय महिला टीम में विवाद सामने आया है। टीम के भविष्य में होने वाले दौरे और अन्य तैयारियों के लिए हुई मीटिंग में यह बात सामने आई है। टीम सदस्यों और सपोर्टिंग स्टाफ में खींचतान की खबरें आई हैं। बीसीसीआई की मीटिंग में सीमित ओवर की दोनों कप्तान मिताली राज और हरमनप्रीत कौर शामिल हुईं। उनके अलावा महिला टीम चयन समिति की मुखिया हेमलता कला और टीम मैनेजर तृप्ति भट्टाचार्य भी मौजूद रहीं। बोर्ड की तरह से सीओए के मुखिया विनोद राय, सदस्य डायना एडुल्जी शामिल हुए लेकिन टीम के कोच तुषार अरोठे नजर नहीं आए। एक अहम सदस्य का इस तरह की मीटिंग में शामिल नहीं होना किसी तनाव की तरफ इशारा करता है। बताया जा रहा है कि खिलाड़ी ट्रेनिंग प्रणाली से खुश नहीं हैं। कोच अरोठे ने जब से पद संभाला है तब से सुबह और शाम को दो ट्रेनिंग सेशन आयोजित करने की योजना बनी और दोपहर में एक वैकल्पिक सेशन की व्यवस्था की गई लेकिन खिलाड़ी ऐसा नहीं चाहते। वे यह चाहते हैं कि एक लम्बा सेशन हो जिसमें वे कसरत और अभ्यास सहित सभी चीजें एकसाथ कर सकें। इसके अलावा एक और ख़ास बात यह रही कि एशिया कप टी20 टूर्नामेंट में भारतीय टीम में अंतिम 11 के खिलाड़ियों का चयन भी ठीक से नहीं किया गया। जेमिमाह रोड्रिग्स को एक भी मुकाबला नहीं खिलाया गया जबकि अन्य सभी खिलाड़ियों ने कम से कम एक मैच में शिरकत जरुर की थी। टीम मैनेजमेंट और बोर्ड विवाद का निपटारा कर चाहेगा कि श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में प्रदर्शन अच्छा हो। इसके अलावा 5 महीने बाद वेस्टइंडीज में महिला टी20 विश्वकप भी होना है इसलिए किसी भी प्रकार के विवाद का समाधान जल्द करने का प्रयास बीसीसीआई करेगी।