भारतीय बल्लेबाजों को इंग्लिश परिस्थितियों में जल्द ही खुद को ढालना होगा : जॉन राइट

पूर्व भारतीय कोच जॉन राइट ने अनिल कुंबले की बुद्धिमत्ता की तारीफ करते हुए कहा कि मौजूदा भारतीय खिलाड़ी भाग्यशाली है कि कुंबले उनके कोच हैं। 62 वर्षीय राइट ने कहा, 'मौजूदा भारतीय खिलाड़ी भाग्यशाली है कि अनिल कुंबले उनके कोच हैं। वह महान है और बुद्धिमान है।' राइट ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बातचीत में भारतीय टीम के गेंदबाजी विभाग की तारीफ की और सलाह दी कि चैंपियंस ट्रॉफी में सफलता हासिल करने के लिए भारतीय बल्लेबाजों को जल्द ही अपने आप को इंग्लिश परिस्थितियों में ढालना होगा। राइट ने कहा, 'भारतीय टीम शानदार है। अभी आपका तेज गेंदबाजी विभाग सबसे बेहतरीन नजर आता है। भारतीय तेज गेंदबाजों ने अपने घर में पहले शानदार गेंदबाजी की और अगर अनिल कुंबले भरोसा दिलाए कि वो इंग्लैंड में अनुशासित प्रदर्शन करेंगे तो भारत को हराना मुश्किल होगा। हालांकि, भारतीय बल्लेबाजों को जल्द ही इंग्लिश परिस्थितियों में अपने आप को ढालना होगा, क्योंकि इंग्लैंड में शुरुआती गर्मी होगी और गेंद स्विंग होगी। वैसे भी जो टीम सबसे जल्दी इंग्लिश परिस्थितियों में खुद को ढालेगी वो ही टूर्नामेंट जीतेगी।' टी20 प्रारूप के बारे में बात करते हुए राइट ने सलाह दी कि उसी टीम को बेहतर परिणाम मिलेंगे जो गेंदबाजी और फील्डिंग में माहिर है। राइट ने कहा, 'मैंने फुटबॉल से टी20 क्रिकेट के बारे में सीखा। मेरा मानना है कि आपकी फील्डिंग और गेंदबाजी अच्छी हो तो टी20 क्रिकेट में आपका जीतना लगभग तय है।' एक तरफ जहां राइट भारतीय टीम की तारीफ कर रहे हैं, वहीं महान ऑलराउंडर कपिल देव के मुताबिक 2017 चैंपियंस ट्रॉफी भारत नहीं बल्कि इंग्लैंड की टीम जीतेगी। 1983 विश्व कप विजेता कप्तान को इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) की नीती पसंद आई है जिसने 2015 आईसीसी विश्व कप में ख़राब प्रदर्शन के बाद अपनी टीम में बड़े बदलाव किये हैं। इंग्लैंड के पास अब ऐसे खिलाड़ियों की फ़ौज तैयार है जो अपने दम पर टीम को मैच जिता सकते हैं। कपिल ने कहा, '40 सालों में पहलिल बार इंग्लैंड ने मुझ पर प्रभाव छोड़ा है कि वो वन-डे के शानदार खिलाड़ी दे सकता है। उनकी सोच में बहुत बदलाव आया है। इंग्लैंड के पास जेसन रॉय, एलेक्स हेल्स, जोस बटलर, जो रूट, इयोन मॉर्गन और बेन स्टोक्स जैसे मैच विजयी खिलाड़ी है जो अपने दम पर मैच जिता सकते हैं। ऐसी ही टीम हमारे पास थी जब धोनी, सचिन, युवराज, सौरव गांगुली, वीरेंदर सहवाग जैसे खिलाड़ी थे।' उन्होंने आगे कहा, 'पन्नों पर भारतीय टीम शानदार नजर आ रही है। मेरा दिल कहता है कि वो चैंपियंस ट्रॉफी ख़िताब की रक्षा करेगी, लेकिन दिल कहता है कि ऐसा नहीं होगा। ऐसा लगता है कि भारत के पास मौका है, लेकिन वन-डे क्रिकेट में आपको बड़े नाम की जरुरत नहीं बल्कि खिलाड़ियों के योगदान की सबसे ज्यादा जरुरत होती है।'