टेस्ट क्रिकेट में अभी तक कई बार ऐसे मौके आये हैं, जब एक ही मैच में बल्लेबाज ने शानदार पारी भी खेली और साथ ही फ्लॉप भी हुए। टेस्ट क्रिकेट में ऐसा काफी बार हुआ है, जब एक ही बल्लेबाज ने मैच में शतक भी लगाया और खाता खोले बिना भी आउट हुए। टेस्ट में सबसे पहले यह रिकॉर्ड बनाने वाले बल्लेबाज ऑस्ट्रेलिया के बिली मुर्डोक थे, जिन्होंने 1880 में इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में 0 और दूसरी पारी में नाबाद 153 रन बनाये थे।
टेस्ट में अभी तक 170 बार ऐसे मौके आये हैं, जब बल्लेबाज ने एक ही मैच में शतक और 0 का रिकॉर्ड बनाया।इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने सबसे ज्यादा 34 बार यह रिकॉर्ड बनाया है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया की तरफ से 27, वेस्टइंडीज की तरफ से 24, दक्षिण अफ्रीका की तरफ से 20, पाकिस्तान की तरफ से 17, न्यूजीलैंड और श्रीलंका की तरफ से 11-11, बांग्लादेश की तरफ से 4 और ज़िम्बाब्वे एवं अफगानिस्तान की तरफ से एक-एक बार यह रिकॉर्ड बना है। भारत की तरफ से अभी तक 20 बार यह रिकॉर्ड बल्लेबाजों ने अपने नाम किया है।
आइये नज़र डालते हैं एक ही टेस्ट में शतक और 0 बनाने वाले भारतीय बल्लेबाजों की लिस्ट पर:
# वीनू मांकड़ (111 एवं 0)
1948 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में खेले गए पांचवें टेस्ट में वीनू मांकड़ ने पहली पारी में 111 रन बनाये थे, लेकिन दूसरी पारी में वह खाता नहीं खोल सके थे।
# पंकज रॉय (140 एवं 0)
1951 में इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई में खेले गए दूसरे टेस्ट की पहली पारी में पंकज रॉय ने 140 रन बनाये, लेकिन दूसरी पारी में 0 पर आउट हो गए।
# विजय मांजरेकर (133 एवं 0)
1952 में इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट की पहली पारी में विजय मांजरेकर ने 133 रनों की शतकीय पारी खेली थी, लेकिन दूसरी पारी में खाता नहीं खोल पाए थे।
# माधव आप्टे (0 एवं 163*)
1953 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले गए तीसरे टेस्ट की पहली पारी में 0 पर आउट होने के बाद माधव आप्टे ने दूसरी पारी में नाबाद 163 रन बनाये थे।
# विजय मांजरेकर (108 एवं 0)
1964 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट में विजय मांजरेकर ने यह रिकॉर्ड दूसरी बार बनाया था। पहली पारी में 108 रन बनाने के बाद दूसरी पारी में वह 0 पर आउट हो गए थे।
यह भी पढ़ें - 5 बल्लेबाज जिन्होंने डेब्यू टेस्ट में दोहरा शतक लगाया