बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में मिल रही ट्रेनिंग की सुविधाओं से भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी संतुष्ट नहीं हैं। रिपोर्ट के मुताबकि भारतीय खिलाड़ी वहां मिल रही सुविधाओं से खुश नहीं हैं। उनका मानना है कि एकेडमी में जिस तरह का रुटीन होता है उससे उनकी क्रिकेट की स्किल पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार के चोटिल होकर टेस्ट टीम से बाहर होने के बाद ये मामला अब सुर्खियों में आया है। टॉइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया कि सिर्फ भुवनेश्वर कुमार ही नहीं बल्कि अन्य खिलाड़ियों ने भी इसको लेकर शिकायत की है। वो इस बात को लेकर दुविधा में रहते हैं कि ट्रेनिंग के लिए नेशनल क्रिकेट एकेडमी जाएं या ना जाएं, क्योंकि उन्हें लगता है कि वहां की रूटीन से उनके क्रिकेटिंग स्किल में कोई इजाफा नहीं होता है। उन्होंने कहा कि एनसीए के ट्रेनर और भारतीय टीम के सपोर्ट स्टाफ के ऊपर जिम्मेदारी थी कि वो मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार की चोट का ख्याल रखते हुए उनका पूरा ध्यान रखें। पहले शमी फिटनेस टेस्ट में फेल हुए और अब दूसरे खिलाड़ी भी चोटिल हो रहे हैं। गौरतलब है भुवनेश्वर कुमार चोट की वजह से इंग्लैंड के खिलाफ पहले 3 टेस्ट मैच से बाहर हो गए हैं। खबरों के मुताबिक वो वापस इंडिया लौटकर अपनी फिटनेस पर काम करेंगें। चोटिल होने के बावजूद भुवनेश्वर कुमार को तीसरे वनडे मैच के लिए टीम में शामिल किया गया और इस वजह से उनकी चोट और गहरी हो गई और उन्हें टेस्ट सीरीज से बाहर होना पड़ा। वहीं दूसरी तरफ जसप्रीत बुमराह भी चोटिल हैं और पहले टेस्ट मैच में उनके खेलने की संभावना कम ही है। भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच 1 अगस्त से खेला जाएगा। ये सीरीज काफी बड़ी है ऐसे में अगर और कोई गेंदबाज अगर चोटिल होता है तो भारतीय टीम के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।