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ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ईडन गार्डन्स में कुलदीप यादव के हैट्रिक ने हरभजन सिंह के हैट्रिक की यादें ताजा कर दी। भज्जी ने भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इसी मैदान पर हैट्रिक हासिल किया था। हरभजन टेस्ट मैचों में ज्यादा सफल गेंदबाज थे लेकिन एकदिवसीय टीम का भी लगातार हिस्सा रहते थे, खासकर महान अनिल कुंबले के संन्यास लेने के बाद। रविचंद्रन अश्विन और रविन्द्र जडेजा के आने के बाद भज्जी को टीम से अपना स्थान गंवाना पड़ा। एकदिवसीय मैचों में 265 विकेट कम नहीं होते हैं लेकिन चयनकर्ता भी उनकी 37 साल की उम्र देखकर युवाओं को मौका देना चाहते हैं। अक्षर पटेल, युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव के रहते हुए टीम में जगह बनाने के लिए भज्जी को अच्छी खासी मेहनत करनी पड़ेगी।
Edited by Staff Editor