भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट की प्रतिद्वंद्विता किसी से छुपी हुई नहीं है। दोनों देश के खेल प्रशंसक कभी भी एक दूसरे का मजाक बनाने से पीछे नहीं रहते और दोनों यह बार-बार साबित करते हैं कि उनकी टीम सामने वाली टीम से बेहतर है, लेकिन हाल ही में दोनों देशों के प्रशंसकों ने एकता का परिचय दिया है। अंग्रेजी एक ऐसी भाषा है जो पूरे विश्व में बोली तथा समझी जाती है, लेकिन पाकिस्तान के खिलाड़ियों की अंग्रेजी हमेशा से ही कमजोर रही है चाहे वह पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक़ का समय हो या फिर सरफराज अहमद का, हमेशा पाक के खिलाड़ी अंग्रेजी बोलने में फँसते नजर आते हैं, जिस वजह से वे फैंस के मजाक का शिकार भी हो जाते है। हालाँकि भारतीय खिलाड़ी इस मामले में पाक से बेहतर हैं, जिस वजह से भारतीय खेल प्रेमी भी पाक के खिलाडियों का मजाक उड़ाने से नहीं चूकते, लेकिन इस बार हुए एक ऐसे ही मुद्दे पर दोनों देशों के लोग एक साथ दिखे। मामला पाक कप्तान सरफराज अहमद से जुड़ा है। हाल ही में हुए एक पत्रकार सम्मेलन में जब सरफराज पहुँचे, तो वहाँ सभी अंग्रेजी के पत्रकार मौजूद थे, जिससे वे असहज हो गये और उन्होंने बिना कैमरा और माईक का ध्यान रखे ये सवाल पूछ दिया कि "क्या सभी पत्रकार इंग्लिश वाले ही है"?, जिसके बाद यह सारा वाकया कैमरे में कैद हो गया और जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसका उपयोग कई भारतीय सोशल मीडिया पेजों ने सरफराज का ट्रोल करना शुरू कर दिया, पर इस बार बहुत से भारतीयों ने सरफ़राज़ का पक्ष लिया और कहा कि अंग्रेजी भाषा पाकिस्तान की मुख्य भाषा नहीं है। लोगों ने कहा कि अगर किसी को अंग्रेजी नहीं आती इसका यह मतलब नहीं होता कि आप उसका मजाक बनायेंगे। यहाँ तक की लोगों ने सरफराज के खेल तथा कप्तानी की प्रशंसा भी की।