भारत ने अपने घरेलू टेस्ट सीजन की शुरुआत 22 सितंबर 2016 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीत के साथ की थी और यहां से जीत का जो सिलसिला शुरु हुआ, उसे रोकने का दम कोई भी टीम नहीं दिखा पाई। भारत ने घरेलू सीजन में 13 टेस्ट मैच खेले। जिसमें उसने न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया जैसी टेस्ट क्रिकेट की सभी दिग्गज टीमों पर जीत दर्ज की, तो कोहली एंड कंपनी की इस जीत में बड़ा योगदान रहा। भारतीय बल्लेबाजों का जिन्होंने इस घरेलू सीजन का फायदा उठाते हुए रनों का अंबार लगाया। विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज को छोड़ दिया जाए तो इसमें कोई शक नहीं है कि विराट ने टीम को फ्रंट से लीड करते हुए साथ खिलाड़ियों के लिए उदाहरण पेश किया है। विराट ने घरेलू सीजन के 12 टेस्ट मैचों में 65.89 की औसत से 1252 रन बनाए हैं। इतना ही नहीं इस सीजन में विराट के बल्ले से तीन दोहरे शतक भी निकले हैं। चेतेश्वर पुजारा विराट कोहली के बाद घरेलू सीजन में दूसरे सबसे कमयाब बल्लेबाज बने हैं चेतेश्वर पुजारा। उन्होंने 13 टेस्ट मैचों में 62.66 की बेहतरीन औसत से 1316 बनाए हैं। सभी देशों के खिलाफ पुजारा का बल्ला जमकर बोला है। इस सीजन में उनके नाम 2 शतक और 1 दोहरा शतक भी दर्ज है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहम समय पर बड़ी पारियां खेलकर पुजारा ने सीरीज जीत में बड़ी भूमिका निभाई। लोकेश राहुल टीम इंडिया ने घरेलू सीजन में जो विजय पताका लहराई है उसके पीछे बड़ी वजह है उसके युवा खिलाड़ियों का दमदार प्रदर्शन। युवा भारतीय ओपनर लोकेश राहुल ने घरेलू सीजन में खेले 9 टेस्ट मैचों में 50.57 की औसत से 708 रन बनाए हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तो राहुल ने 7 पारियों में से 6 में अर्धशतक जड़े थे। अजिंक्य रहाणे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के आखिरी टेस्ट मैच में कप्तनी की कसौटी पर खरे उतरने वाले रहाणे ने भी खूब वाहवाही लूटी। रहाणे ने घरेलू सीजन में खेले 11 टेस्ट मैचों में 39.88 की औसत से 718 रन बनाए हैं। मुरली विजय इस घरेलू सीजन में भारतीय टीम ओपनिंग साझेदारी की समस्या से जूझती नजर आई। जिसमें एक छोर से के एल राहुल के बल्ले से तो रन निकलते रहे लेकिन अनुभवी ओपनर मुरली विजय इतना प्रभावित नहीं कर पाए। मुरली विजय ने घरेलू सीजन के 12 मैचों में 37.71 की औसत से 771 रन बनाए हैं। ऋद्धिमान साहा विकेटों के पीछे अपनी मुस्तौदी और कैचिंग स्किल्स से तो साहा ने सबका दिल जीता ही, इसके साथ ही उन्होंने बल्लेबाजी के मोर्चे पर भी अपना दम दिखाया। ऋद्धिमान साहा ने 10 टेस्ट मैचों में 44.10 की औसत से 441 रन बनाए हैं। जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ 117 रन है। करुण नायर युवा करुण नायर को इस सीजन में 6 टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला। जिसमें उन्होंने 62.33 की औसत से 374 रन बनाए। नायर ने इंग्लैंड के खिलाफ तिहरा शतक जमकर सुर्खियां बटोरीं थी। हालांकि तिहरे शतक को छोड़ दिया जाए तो नायर ने 5 टेस्ट मैचों में सिर्फ 71 रन बनाए हैं। जाहिर तौर पर ये घरेलू सीजन भारतीय टीम के लिए काफी यादगार रहा और भारतयी बल्लेबाजों ने भी अपनी घरेलू सरजमीं पर ज्यादा से ज्यादा रन बटोरने के इस मौके को अपने हाथ से नहीं जाने दिया।