4. इरफान पठान
उन्होंने तुफान की तरह आगाज किया, विश्व क्रिकेट में अपना वर्चस्व स्थापित किया और फिर धीरे-धीरे गर्दिश में चले गए। बड़ौदा के इस खिलाड़ी के लिए गेंदबाजी कभी कोई परेशानी नहीं बनी, लेकिन उनके पास अब कोई विकल्प मौजूद नहीं है। गेंदबाजी उनकी प्राथमिकता थी और बल्लेबाजी उनके लिए अवसर। इसके बावजूद, उन्होंने टॉप-ऑर्डर में कई शानदार पारियां खेली। 2004 अक्टूबर से 2008 अगस्त तक, इरफान पठान ने टॉप ऑर्डर में 27 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेले, जिससे ये साबित हो गया कि वो एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं। श्रीलंका के खिलाफ उनकी इकलौता शतक देखना किसी दावत से कम नहीं था। भारतीय टीम से ड्रॉप होने की वजह, उनकी गेंदबाजी के स्तर में गिरावट रही। वो अपना सबसे बड़ा हथियार स्विंग और पेस खो चुके थे, जो टीम के लिए अच्छा संकेत नहीं था। इरफान पठान एक जबर्दस्त ऑल राउंडर बन सकते थे, लेकिन उनका करियर गलत दिशा में चला गया। ये आंकड़े साबित करने के लिए काफी है कि वो बल्लेबाजी को कितनी इंजॉय करते हैं। एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय
Position | Matches | Runs | Average | Centuries | Highest |
6 and below | 99 | 1051 | 22.36 | 0 | 64 |
1 to 5 | 21 | 493 | 25.94 | 0 | 83 |
Tests | |||||
Position | Matches | Runs | Average | Centuries | Highest |
6 and below | 28 | 902 | 32.17 | 1 | 102 |
1 to 5 | 6 | 203 | 29.00 | 0 | 93 |