- रवि शास्त्री
रवि शास्त्री उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं जिनका करियर बिल्कुल बदल गया, उन्होंने अपने करियर का आगाज एक गेंदबाज ऑलराउंडर की तरह किया था, लेकिन बाद में उन्होंने बल्लेबाजी को प्राथमिकता दी और भारतीय टीम के साथ एक बल्लेबाज जो थोड़ी बहुत गेंदबाजी भी करने में कारगर हो उस राह पर चल पड़े। अपने वनडे करियर में उन्होंने सब कुछ देख लिया, करियर के आखिरी कुछ वर्षों में उन्हें 10वें नम्बर से प्रमोट कर टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी करने का मौका दिया। उनकी बल्लेबाजी की वर्सिटेलिटी की वजह से वो किसी भी पॉजिशन पर प्रदर्शन करने में सफल साबित हुए। हर भारतीय खिलाड़ी की तरह ही, रवि शास्त्री को भी भारतीय पिच काफी पसंद थी, और उन्होंने सारे शतक घरेलू मैदान पर ही जड़े, साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी शतक लगाए हैं। जब भी रवि शास्त्री के टेस्ट करियर की बात की जाती है तो 1992 में सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगाया उनका दोहरा शतक जरुर याद आता है, जिसने उनके करियर को एक नई उपलब्धि दी। संक्षिप्त मे कहा जाए, तो उन्होंने 11 में से 7 शतक विदेशी जमीं पर लगाए हैं। 1983 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे रवि शास्त्री को उनके योगदान के लिए हमेशा सराहा जाता है। ये आंकड़े बताते हैं कि रवि शास्त्री को टॉप ऑर्डर में कितनी सफलता हासिल हुई। एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय
Position | Matches | Runs | Average | Centuries | Highest |
6 and below | 86 | 1373 | 27.46 | 0 | 73* |
1 to 5 | 64 | 1735 | 30.43 | 4 | 109 |
Tests | |||||
Position | Matches | Runs | Average | Centuries | Highest |
6 and below | 51 | 2063 | 36.19 | 6 | 142 |
1 to 5 | 34 | 1767 | 35.34 | 5 | 206 |