भारतीय क्रिकेट टीम के युवा सलामी बल्लेबाज़ अभिनव मुकुंद ने हाल ही में अपने दुख को साझा किया है। उन्होंने लोगों में उनके प्रति बढ़ते नस्लभेद को लेकर ट्विटर के ज़रिये अपना दुख व्यक्त किया है। अभिनव मुकुंद के अनुसार लोग उनसे नफरत और उनके प्रति नस्लभेदी टिप्पणी करते हैं तथा गलत सोच रखते हैं। इतना ही नहीं लोग सोशल मीडिया पर अभिनव मुकुंद के रंग को लेकर भी मज़ाक बनाते रहे हैं। इसी बात से परेशान होकर अब मुकुंद ने लोगों को आईना दिखाया है।
अभिनव मुकुंद ने ट्वीट कर लिखा, "प्रिय साथियों, मैं 10 साल की उम्र से क्रिकेट खेल रहा हूं। मैं आज जहां हूं, यह मेरी मेहनत का नतीजा है। ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे अपने देश की तरफ से खेलने का मौका मिला है।" उन्होंने लिखा, "मैं इस सन्देश को लोगों तक इसलिए पहुँचाना चाहता हूं, जिससे उनकी सोच बदल सके और उनके मन से नस्लभेद की भावना भी समाप्त हो सके।"
अभिनव मुकुंद के अनुसार, "मैं बचपन से क्रिकेट खेल रहा हूं। मैंने काफी बार अपने देश से बाहर भी क्रिकेट का दौरा किया है। इसलिए मेरे रंग में काफी बदलाव आया है। लोग मेरे बचपन से ही मेरे रंग को लेकर हमेशा मजाक बनाते आए हैं। रंग गोरा होना ही आपकी खूबसूरती का प्रमाण नहीं है। आप जैसे हैं खुद से वैसे प्यार करें।" उन्होंने लिखा, "सोशल मिडिया पर लोग हमेशा मेरा मज़ाक बनाते रहे हैं। गोरे लोग ही सिर्फ हैंडसम लोग नहीं होते."आपको अपनी सोच में बदलाव लाना चाहिए।"