Indian Women Cricketer Pratika Rawal: भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए स्मृति मंधाना और प्रतिका रावल की ओपनिंग जोड़ी का कमाल लगातार जारी है। आयरलैंड के खिलाफ आखिरी वनडे मुकाबले में प्रतिका रावल ने 129 गेंदों पर 20 चौकों और एक छक्के की मदद से 154 रन की पारी खेली और अपना पहला एकदिवसीय शतक बनाया। प्रतिका के शानदार खेल की तारीफ हर कोई कर रहा है। आपको बताते हैं कौन हैं प्रतिका रावल, जिनकी हर जगह चर्चा हो रही है। प्रतिका रावल ने पहला वनडे शतक जड़ने के बाद एक खास रिकॉर्ड अपने नाम किया। वह वनडे क्रिकेट में पहले 6 पारियों के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला खिलाड़ी बन गई हैं।
कौन हैं प्रतिका रावल
प्रतिका रावल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इस वीडियो को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अपने एक्स अकाउंट पर शेयर किया है। इस वीडियो में प्रतिका रावल बताती हैं कि वह मनोविज्ञान की छात्रा है, और मनोविज्ञान के अध्यन से ही उन्होंने क्रिकेट में करियर बनाने के फैसला किया था। प्रतिका रावल खेल के साथ- साथ पढ़ाई में भी काफी होशियार हैं, प्रतिका रावल ने सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा में 92.5 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं, बारहवीं के बाद प्रतिका ने नई दिल्ली के जीसस एंड मैरी कॉलेज से मनोविज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की है।
प्रतिका रावल के पिता हैं अंपायर
बीसीसीआई द्वारा ‘एक्स’ पर शेयर किए गए वीडियो में देख सकते हैं कि प्रतिका रावल कहती हैं कि मैं मनोविज्ञान की छात्रा हूं और जब मैंने इसके बारे में अध्ययन करना शुरू किया तो मैं यह समझने के लिए बहुत उत्सुक थी कि हम मैदान पर और मैदान के बाहर चीजों को मानसिक रूप से कैसे प्रबंधित करते हैं। मनोविज्ञान के गहन अध्यन से इससे मुझे क्रिकेट में भी बहुत मदद मिली है। जब मैं मैच से पहले मैदान पर होती हूं तो खुद से बहुत सारी सकारात्मक बातें करती हूं, यह टिप्स मैदान पर खेलते वक्त मेरी बहुत मदद करती है। प्रतिका रावल ने अपने स्कूली दिनों में बास्केटबॉल भी खेला है। और जनवरी 2019 में 64वें स्कूल नेशनल गेम्स में स्वर्ण पदक जीता। प्रतिका रावल के पिता प्रदीप रावल दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (DDCA) के लिए BCCI-प्रमाणित लेवल-II अंपायर हैं।