Jaydev Unadakat clarifies mis-quoted comments: टीम इंडिया (Team India) के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट क्रिकेट के मैदान के बाहर दिए एक बयान को लेकर चर्चा में आ गए हैं, जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर स्पष्टीकरण देना पड़ा। यह घटना तब सामने आई जब एक 'एक्स' यूजर ने काउंटी चैंपियनशिप के लिए यूके में मिलने वाली सुविधाओं को लेकर उनादकट द्वारा दिए बयान को गलत तरीके से सोशल मीडिया पर दिखाया।
यूके में हमें अपना खाना खुद पकाना पड़ता था और कपड़े भी धोने पड़ते थे- जयदेव उनादकट
हाल में दिए इंटरव्यू में उनादकट ने बताया था कि यूके में उन्हें अपना खाना खुद बनाना पड़ता था था और कपड़े भी खुद धोने पड़ते थे। इस बयान में उन्होंने कहा था कि चैंपियनशिप के दौरान खिलाड़ियों को घर और कार तो मिली, लेकिन बाकी सभी काम वे खुद ही संभालते थे। उनादकट के मुताबिक, दैनिक कामकाज की अतिरिक्त जिम्मेदारियों के बावजूद, विदेशी दौरों के दौरान उनका मुख्य ध्यान क्रिकेट पर ही रहा।
भारतीय गेंदबाज ने बताया कि ये उनके लिए एक अलग अनुभव था और इसका उन्होंने पूरा आनंद उठाया था। हालांकि मैं नियमित रोटी-सब्जी नहीं बना सकता, लेकिन मुझे किचन में प्रयोग करना और कुछ दिलचस्प व्यंजन बनाना पसंद है।
सोशल मीडिया पर जब उनादकट का ये बयान जब वायरल हुआ तो कुछ फैंस को लगा कि भारतीय तेज गेंदबाज यूके मिली इन सुविधाओं से खुश नहीं थे और शिकायत कर रहे हैं। इसी वजह से उनादकट ट्रॉल्लिंग का भी शिकार हुए।
इसके बाद उनादकट ने अपने बयान पर स्पष्टीकरण देने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया और उन्होंने एक्स यूज़र के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, हिमांशु पारीक जबकि आप पहले से ही जानते होंगे लेकिन अनदेखा करना चाहते हैं, दोनों में अंतर है। 'आपको केवल एक कार और एक फ्लैट दिया जाता है' (आपका द्वारा लिखा मेरा बयान) और 'जब आप यूके में खेल रहे होते हैं, तो आपको एक फ्लैट और एक कार दी जाती है' (मेरा बयान)। और जो लोग मुझे आपके ट्वीट के जरिए शिक्षित करने की कोशिश कर रहे हैं एवं अधिकतम रीच पाने के लिए आपका ने जो प्रयास किया है। आप सबको पूरा आर्टिकल पढ़ने की कोशिश करनी चाहिए ताकी चीजें साफ हो सकें। इससे आपको निश्चित रूप से तथ्यों को समझने में मदद मिलेगी, अगर यह आपकी प्राथमिकता सूची में है। और वैसे मैं अपने घर पर खाना भी बनाता हूं और कपड़े भी धोता हूं। क्रिकेट हमेशा मेरी प्राथमिकता है, चाहे मैं कहीं भी खेलूं।