भारतीय खिलाड़ियों को बल्ले पर स्टिकर लगाने के लिए मिलती है मोटी रकम

अपने शानदार खेल के दम पर विराट कोहली विज्ञापन की दुनिया में भी नंबर वन पायदान पर हैं। अपने बल्ले पर स्टिकर लगाने के लिए उन्हें कंपनियां काफी महंगी रकम देती हैं। पहले सचिन तेंदुलकर एमआरएफ टायर के ब्रांड एम्बेसडर थे तो उनके बल्ले पर एमआरएफ का स्टिकर लगा होता था। जिसकी वजह से उन दिनों एमआरएफ टायर बहुत मशहूर थी। अब विराट कोहली के बल्ले पर ये स्टिकर देखा जा रहा है और इस कंपनी के साथ विराट कोहली की 8 साल तक की डील है। एमआरएफ टायर कंपनी उनके बल्ले पर अपनी स्टिकर लगाने के लिए मोटी रक़म 100 करोड़ दे रही है। इसके बाद भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी का नंबर आता है, जिन्हें आस्ट्रेलिया की स्पार्टन स्पोर्ट्स कंपनी विज्ञापन के लिए 6 करोड़ देती है। यही कंपनी वेस्टइंडीज के क्रिस गेल को 3 करोड़ देती है। इसके अलावा 'हिटमैन' नाम से मशहूर रोहित शर्मा को मशहूर टायर कंपनी सिएट टायर 3 करोड़ देती है। ये केवल क्रिकेट के खिलाड़यो के लिए ही लागू नहीं होती बल्कि अन्य खेलों के खिलाड़ी भी विज्ञापन से अपने खेल में प्रदर्शन की उत्कृष्टता के अनुसार मोटी रकम कमाते हैं। लेकिन क्रिकेट का खेल हमारे देश में ज्यादा मशहूर होने की वजह से क्रिकेट खिलाड़ी अन्य खेलों के खिलाड़ियों से ज्यादा कमाते हैं। गौरतलब है हाल ही में विराट कोहली सबसे ज्यादा पैसे कमाने वाले खिलाड़ी बने थे। वहीं ब्रांड वैल्यू में भी उन्होंने सबको पीछे छोड़ दिया था। विराट कोहली के लिए साल 2017 काफी अच्छा रहा है। इस साल उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारुपों में शानदार रन बनाए। जिससे उनकी ब्रांड वैल्यू काफी बढ़ गई। वहीं रोहित शर्मा ने भी इस साल बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने इस साल वनडे क्रिकेट में अपना तीसरा दोहरा शतक और टी20 क्रिकेट में शतक जड़ा। महेंद्र सिंह धोनी मैदान पर अपनी विकेटकीपिंग के लिए काफी मशहूर हैं।