भारतीय खिलाड़ी ऐसा व्यक्ति चाहते हैं जो बिना कुछ किये पीछे बैठा रहे : सुनील गावस्कर

पूर्व भारतीय कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने कुंबले और कोहली मामले पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा है कि बीसीसीआई और टीम द्वारा जिस प्रकार का व्यवहार अनिल कुंबले के साथ किया गया उससे उन्होंने इस्तीफ़ा देने पर मजबूर होना पड़ा। स्पोर्ट्सस्टार द्वारा प्रकाशित एक लेख में कहा गया है कि भारतीय क्रिकेटर को इस प्रकार अपमानित करना दुःखद है। बकौल गावस्कर "अनिल कुंबले के साथ जो हुआ वह दुःखद है, वास्तव में बहुत दुःखद। भारतीय क्रिकेट दिग्गज ने अपमानित होकर कहा। कम्बले के साथ ऐसा होने के बाद कोई भी शीर्ष खिलाड़ी अपनी हैट उतारकर रिंग में नहीं जाना चाहेगा। इससे यह साबित होता है कि भारतीय खिलाड़ी ऐसे लोगों को चाहते हैं जो पीछे बैठा रहे और कुछ नहीं करे।" गौरतलब है कि 20 जून को अनिल कुंबले ने अचानक कोच पद से इस्तीफ़ा देकर सभी को चौंका दिया था। इसके बाद उन्होंने एक पत्र के जरिये बताया कि बीसीसीआई ने उनको कहा है कि कप्तान को आपसे परेशानी है। कुंबले ने अपने पत्र में यह भी लिखा कि मुझे कभी कप्तान से कोई शिकायत नहीं रही लेकिन ऐसी बात है, तो मेरे पास इस्तीफ़ा देने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। गावस्कर ने कुंबले के फैसले को सही बताते हुए कहा कि उन्होंने इस्तीफ़ा देकर सही किया क्योंकि चीजें आगे नहीं बढ़ पाती। उल्लेखनीय है कि अनिल कुंबले का कार्यकाल चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद समाप्त होना था लेकिन बोर्ड ने उन्हें वेस्टइंडीज दौरे तक कोच बनाए रखने का फैसला किया। कुंबले टीम के साथ नहीं गए थे और अपने इस्तीफे का ऐलान कर एक आश्चर्यजनक खुलासा कर दिया। नए कोच की कवायद में बीसीसीआई ने आवेदन करने का समय भी बढ़ा दिया और नए लोगों को अप्लाई करने का मौका भी मिल गया। टीम इंडिया फिलहाल इंडीज दौरे पर है, जहां संजय बांगड़ ही सभी जिम्मेदारियां निभा रहे हैं। श्रीलंका दौरे से पहले टीम को नया कोच मिल जाएगा।

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