बीसीसीआई सचिव जय शाह ने ये स्पष्ट कर दिया है कि भारत के जितने भी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ी हैं, उन्हें रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में भी खेलना होगा। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी किसी भी बात का बहाना नहीं बना सकते हैं, उन्हें हर-हाल में रणजी ट्रॉफी में खेलना ही होगा।
दरअसल कई सारे क्रिकेटर इंडियन टीम में नहीं होने के बावजूद रणजी ट्रॉफी में नहीं खेल रहे थे। इशान किशन को लेकर सबसे ज्यादा सवालिया निशान है, क्योंकि उन्होंने अभी तक एक भी रणजी ट्रॉफी मैच में हिस्सा नहीं लिया है। वो पांड्या ब्रदर्स के साथ ट्रेनिंग कर रहे थे। साउथ अफ्रीका में मिड टूर से लौटने के बाद से इशान किशन ने अपनी स्टेट टीम झारखंड के लिए रणजी ट्रॉफी का एक भी मैच नहीं खेला है। बीसीसीआई ने इशान किशन को आदेश दिया है कि वो अगले मैच में जरूर खेलें।
इसी वजह से बीसीसीआई ने एक नया नियम भी बनाया है कि रणजी ट्रॉफी में खेले बगैर आईपीएल में मौका नहीं मिलेगा। बीसीसीआई ने ये फैसला इसलिए लिया है, ताकि खिलाड़ी डोमेस्टिक क्रिकेट की तरफ भी ध्यान दें और केवल आईपीएल पर ही फोकस ना करें।
यंग और फिट खिलाड़ियों को खेलना ही होगा - जय शाह
वहीं जय शाह से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सभी खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी में खेलना पड़ेगा। सौराष्ट्र में एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा,
फोन पर सबको पहले ही बता दिया गया था कि मैं एक लेटर लिखने वाला हूं कि अगर आपका चेयरमैन ऑफ सेलेक्टर, कोच और कप्तान कह रहा है तो फिर आपको रेड बॉल क्रिकेट खेलना ही होगा। वहीं एनसीए की तरफ से अगर किसी खिलाड़ी को लेकर ये कहा जाता है कि वो प्लेयर ज्यादा वर्कलोड नहीं सहन कर सकता है तो फिर उसके ऊपर ये नियम लागू नहीं होता है। ये नियम पूरी तरह से फिट और युवा खिलाड़ियों पर लागू होता है। ये संदेश सभी कॉन्ट्रैक्टेड प्लेयर्स के लिए है। हर किसी को खेलना होगा और अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो फिर चेयरमैन ऑफ सेलेक्टर्स को फ्री हैंड दे दिया जाएगा।