पृथ्वी शॉ
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2013 से चर्चा में आए इस खिलाड़ी को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं हैं, स्कूल टूर्नामेंट की एक पारी में 546 रनों का रिकॉर्ड बनाने वाले इस खिलाड़ी में हमेशा से क्षमता थी, लेकिन यह सवाल हमेशा उठाया जाता था कि यह लय स्कूल क्रिकेट से पेशेवर खेल में बरकरार रहेगी या नहीं? मुंबई लिए खेलते हुए पृथ्वी ने सिर्फ 8 प्रथम श्रेणी मैच और दिलीप ट्रॉफी में खेलते हुए 63 की औसत और 75 की स्ट्राइक रेट से 945 रन अपने खाते में जमा कर लिए हैं। 2018 में होने जा रहे अंडर- 19 विश्वकप में टीम इंडिया की कमान पृथ्वी के हाथ में ही होगी। टूर्नामेंट की सफलता भविष्य में इस खिलाड़ी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का टिकट दिलाने में निर्णायक भूमिका निभा सकती है। लेखक: विग्नेश अनंथासुब्रामनियम अनुवादक: देवांश अवस्थी
Edited by Staff Editor