भारत के वह टेस्ट, वनडे और टी20 मैच जो किसी 'नाइनटीज किड' को बरसों तक याद रहेंगे

Enter caption

वन डे मैच

Enter caption

भारत बनाम इंग्लैंड नैटवेस्ट सीरीज फाइनल (13 जुलाई 2002, लॉर्ड्स, लन्दन, इंग्लैंड)

सौरव गांगुली के नेतृत्व का वह दौर विश्व क्रिकेट में सहवाग, युवराज, कैफ, हरभजन, नेहरा, ज़हीर के उभार का दौर था | उसी दौरान सन 2002 की गर्मियों में भारतीय टीम इंग्लैंड के दौरे पर थी | बरसों से क्रिकेट विश्लेषकों की वही धुन कि भारतीय टीम भारत में तो जीत जाती है परन्तु विदेश खास कर ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में मात खा जाती है | ठीक इस दौरे से पहले इंग्लैंड के एंड्रू फ्लिंटॉफ ने इंग्लैंड के भारत दौरे पर मुंबई में मैच जीत अपने टी- शर्ट को हवा में लहरा दिया था | अब भारत इंग्लैंड में, नैटवेस्ट सीरीज का फाइनल, स्टेडियम क्रिकेट का मक्का लॉर्ड्स, स्थान लन्दन, इंग्लैंड | नासिर हुसैन की कप्तानी वाली इंग्लैंड टीम ने मार्कस ट्रेस्कोथिक और नासिर हुसैन के शतक से स्कोरकार्ड पर 325 रन खड़े कर दिए | तब 275 से ज्यादा रन मैच जिताऊ माना जाता था | 326 रन का पीछा करते हुए भारत की तरफ से सहवाग और गांगुली ने पहले विकेट के लिए 15 ओवेरों से कम में ही शतकीय साझेदारी (106 रन) कर बल्लेबाजी में ठोस आगाज किया | लेकिन 25 ओवर आते – आते भारतीय टीम के आधे विकेट 150 से कम रनों में पवेलियन लौट गए | अब अगले 25 ओवर में भारत को जीत के लिए 175 से ज्यादा रन चाहिए थे |

उस मैच को याद करते हुए इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन स्काई क्रिकेट से बात करते हुए बताया कि हमने 150 से कम रन पर उनकी आधी टीम समेट दी थी | जिसमें सहवाग, सचिन, सौरव, द्रविड़ सरीखे बल्लेबाज थे | लेकिन पता नहीं उस दिन कैफ और युवराज ने क्या सोचा था | कैफ बैटिंग के लिए आते समय जब मेरे पास से गुजरे तो उन्हें देखकर मैंने अपनी टीम से कहा “कम ऑन लड़कों उन्होंने अपने बस का ड्राईवर भेज दिया है, अब हमें इस मैच को जीतने का मौका है |" आगे इसी मैच में भारत का अगला विकेट 267 रन युवराज (69 रन) 42वें ओवर में गिरा | उसके बाद कैफ (87 रन) ने नॉट आउट रहते हुए 50वें ओवर में भारत को ऐतिहासिक जीत दिला दी थी| नसीर हुसैन स्काई क्रिकेट को बताया कि मैच खत्म होने बाद उनके पास गुजरते हुए कैफ ने उनसे कहा था कि “वैसे यह किसी बस ड्राईवर के लिए बुरा नहीं था” | लेकिन इस मैच को उस समय के दर्शक कप्तान सौरव गांगुली के लिए ज्यादा याद करते हैं जिन्होंने क्रिकेट के मक्का लॉर्ड्स की बालकनी में मैच जीतने के बाद अपना टी शर्ट हवा में लहरा दिया था |

Quick Links